Punjab Government Take Action Sellers Of Fake Insecticides: प्रदेश में लगातार कृषि के क्षेत्र में काम किया जा रहा है। ताकि किसानों को हर तरह से फायदा मिल पाए। इसलिए मान सरकार नकली बीजों, खादों और कीड़ेमार दवाएं बेच कर भोले-भाले किसानों की लूट करने वाले डीलरों के खि़लाफ एक अभियान के तहत राज्य में नकली खाद्य और कीटनाशकों के डीलरों पर शिकंजा कसते हुए पंजाब के कृषि और किसान भलाई विभाग ने आज मानसा जिले के गांव झंडूके में अनअधिकारित कीटनाशकों का बड़ा स्टाक जब्त किया है।
पंजाब के कृषि और किसान भलाई मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डिया ने बताया कि क्वालिटी कंट्रोल अभियान के अंतर्गत मुख्य कृषि अधिकारी मानसा के नेतृत्व में टीम ने मैसर्ज दंदीवाल बीज भंडार, झंडूके में छापा मार कर 6 लाख रुपए की कीमत के कुल 8. 82 क्विंटल कीटनाशक पाउडर और 29 लीटर तरल कीटनाशक जब्त किए है। कीटनाशकों का जब्त किया गया स्टाक मैसर्ज वुड्डलैंड क्रोप साइंस, मार्श फरटीचैम लिमटिड (Marsh Fitteryham Limited) और माडरन क्रोप साइंस, कैनेसिया क्रोप कैमिकल प्राइवेट लिमिटेड और क्रोपवैल एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड का है।
कृषि मंत्री ने बताया कि कीटनाशक एक्ट 1968 और नियम 1971 के अंतर्गत अलग-अलग कीटनाशकों के कुल 6 नमूने भी लिए गए हैं और विभाग ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
4500 कीटनाशकों के नमूनों की जांच
आपको बता दें, कृषि और किसान भलाई विभाग ने हाल ही में राज्य की सहकारी सभाओं को गैर-मानक डायमोनियम फास्फेट स्पलाई करने वाली दो खाद कंपनियों के लायसेंस रद्द किए है। गुरमीत सिंह ने बताया कि कृषि विभाग ने सूबे भर में क्वालिटी कंट्रोल मुहिम चलाई है और वित्तीय साल 2024- 25 दौरान कीटनाशकों के 4500 नमूनों की जांच का लक्ष्य निश्चित किया है। उन्होंने आगे बताया कि अब तक 1009 सैंपल लिए गए है, जिनमें से 18 गैर-कानूनी डाले गए है।
कृषि मंत्री ने बताया कि जिलों में खाद और कीटनाशकों की सैंपलिंग लगातार की जा रही है। कृषि विभाग ने 18 जुलाई, 2024 को बठिंडा से 1200 लीटर कीटनाशक ज़ब्त किए थे। उन्होंने बताया कि कीटनाशकों का ज़ब्त किया गया स्टाक मैसर्ज वुड्डलैंड ऐगरीटेक इंडिया ( एचआर), कैथल द्वारा तैयार किया गया था, जिसको राज्य में से कीटनाशकों की बिक्री सम्बन्धित उपयुक्त लायसैंस प्राप्त किए बिना ही बठिंडा के एक गाँव में डिलिवर किया जाना था। उन्होंने बताया कि इस मामले में ज़िम्मेदार व्यक्तियों ख़िलाफ़ पहले ही एफ. आई. आर. दर्ज की जा चुकी है।
गुरमीत सिंह ने सभी मुख्य कृषि अधिकारियों को हिदायत की कि यदि उनको घटिया दर्जे की/नकली खादें या किसी अन्य खेती उत्पाद संबंधी कोई शिकायत मिलती है तो वह पहल के आधार पर बनती कार्यवाही यकीनी बनाए। उन्होंने चेतावनी दी कि इस संबंधी किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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