Punjab Hindi News: एक तरफ पूरा देश 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। वहीं, दूसरी तरफ पंजाब के जिलों में किसानों ने पंजाब और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। दिलचस्प बात यह रही कि रणजीत एवेन्यू स्थित एग्जीबिशन ग्राउंड पर हुए इस प्रदर्शन में महिला किसान भी पहुंची। किसानों ने लखीमपुर कांड के दोषी आशीष मिश्रा को जमानत मिलने का विरोध भी जताया।
सरवण सिंह पंधेर ने सरकार से बेरोजगारी का हल निकालने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने एमएसपी गारंटी कानून बनाने, मजदूरों को मनरेगा के तहत साल में 365 दिन काम देने और दिहाड़ी दोगुणी करने की मांग की।
संविधान की उड़ाई जा रही धज्जियां
किसानों की ओर से यह प्रदर्शन पर्यावरण बचाने, एमएसपी गारंटी कानून और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर किया गया। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सरवण सिंह पंधेर ने जानकारी देते हुए बताया कि देश के राजनेताओं ने बीते 75 सालों में लोकतंत्र के पर्दे के पीछे लोगों के अधिकारों का कत्ल किया। किसी भी तरीके से देश में संविधान का राज नहीं है। उन्हाेंने कहा कि अंबेडकर की तस्वीर ऑफिसों में लगा कर फूलों की माला डाली जा रही है, लेकिन संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
सरकार को लेने होंगे जनता के पक्ष में फैसले
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि लोगों के हालात खराब हैं। उन्होंने कहा कि काॅरपोरेट के विकास को देश का विकास बता कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है, लेकिन अब लोग सजग हो चुके हैं और अब सरकार को जनता के पक्ष में फैसले लेने ही होंगे।