भयानक बाढ़ से उबर रहे पंजाब को फिर से बाढ़ का डर सताने लगा है. कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि आज भाखड़ा बांध से पानी छोड़ा जाएगा. यह फैसला मौसम विभाग द्वारा अगले दो दिनों में पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी के बाद लिया गया है.
बीबीएमबी ने एहतियात के तौर पर भाखड़ा बांध के फ्लोट गेट को 2 फीट खोलने का फैसला किया है. करीब 7,000 से 8,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा, जिससे सतलुज नदी का जलस्तर करीब आधा फीट बढ़ने की संभावना है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सरकार ने नई आपदा को देखते हुए राज्य के 17 जिलों के उपायुक्तों को सतर्क कर दिया है. पंजाब के कुछ जिलों में आज शाम के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है.
बैंस ने कहा कि बांध का वर्तमान जलस्तर 1972 फीट है, जो खतरे के निशान से 8 फीट नीचे है. यह कदम सावधानी से उठाया जा रहा है ताकि आने वाले दिनों में बांध में ओवरफ्लो की स्थिति बनी रहे और कोई नुकसान न हो.
उन्होंने स्पष्ट किया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. हरजोत सिंह बैंस ने जनता से न घबराने की अपील की. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि प्रशासन और बीबीएमबी की टीमें पूरी तरह सतर्क हैं और स्थिति पर लगातार नजर रख रही हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि फिलहाल किसी भी आपात स्थिति की आशंका नहीं है.
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गौरतलब है कि रणजीत सागर बांध से दो दिन पहले से ही पानी छोड़ा जा रहा है और रावी में 35 हजार क्यूसेक पानी बह रहा है. बांधों से पानी छोड़े जाने से नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ना शुरू हो जाएगा.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 4 अक्टूबर की देर शाम बारिश होने की संभावना है और 6-7 अक्टूबर को बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है.
बताया जा रहा है कि अगर मौसम विभाग द्वारा किए गए पूर्वानुमान सच साबित होते हैं, तो अक्टूबर के पहले सप्ताह में होने वाली बारिश दशकों पुराना रिकॉर्ड तोड़ देगी.
पंजाब सरकार ने बाढ़ की चेतावनी के मद्देनजर जालंधर, कपूरथला, पटियाला, लुधियाना, फिरोजपुर, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, मानसा, नवांशहर, मोगा, मुक्तसर, बरनाला, फाजिल्का, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन और पठानकोट को अलर्ट कर दिया है. सेना के अलावा एनडीआरएफ को भी अलर्ट पर रखा गया है.