CM Bhagwant Mann Big Statement on Akali Dal: पंजाब में इन दिनों जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर में राजनीतिक पारा बढ़ गया है। इसी दौरान, पंजाब की प्रमुख राजनीतिक पार्टी अकाली दल के भीतर सत्ता के मामले में आपसी कलह चल रही है। अकाली दल के कई नेता आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसका मतलब है कि अकाली दल अपने पतन की ओर बढ़ रही है। इसी बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह ने अकाली दल को लेकर में एक बड़ा बयान सामने आया है। सीएम मान ने शिरोमणि अकाली के पतन का सबसे बड़ा कारण श्री गुरु ग्रंथ साहिब की अनदेखी को बताया है।
ਜੇ ਕੋਈ ਰਾਜ ਮੰਨਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ਇਨਸਾਫ਼, ਨਿਰਪੱਖ ਅਤੇ ਬਰਾਬਰੀ ਲਈ ਤਾਂ ਉਹ ਰਾਜ ਸ਼ੇਰ-ਏ-ਪੰਜਾਬ ਮਹਾਰਾਜਾ ਰਣਜੀਤ ਸਿੰਘ ਜੀ ਦਾ ਰਾਜ ਮੰਨਿਆ ਗਿਆ ਹੈ… ਇਨਸਾਫ਼ ਦੇ ਮਾਮਲੇ ‘ਚ ਉਨ੍ਹਾ ਦੀ ਬਹੁਤ ਤਿੱਖੀ ਬੁੱਧੀ ਸੀ ਕਿ ਮਿਸਾਲਾਂ ਦਿੱਤੀਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਨੇ ਇਤਿਹਾਸ ‘ਚ… pic.twitter.com/xVrTtx5LEV
---विज्ञापन---— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) June 29, 2024
सीएम मान ने बताया SAD के पतन का कारण
पंजाब में अकाली दल के पतन का कारण बताते हुए सीएम भगवंत मान सिंह ने कहा कि शिरोमणि अकाली के पतन का एक बड़ा कारण श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला है। सीएम मान ने कहा कि अकाली दल का निर्माण साल 1920 में हुआ था, वहीं साल 2020 के बाद से ही पार्टी भारी संकट से जूझ रही है, अब तो नौबत यहां तक पहुंच गई है कि अकाली दल विलुप्त होने की कगार पर है। ऐसे इसलिए है क्योंकि इसने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की थी। सीएम मान ने आगे कहा कि अकाली दल के पतन के पीछे न तो भगवंत मान हैं और न ही पंजाब की जनता है, इसकी असली वजह गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी है।
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महाराजा रणजीत सिंह का दिया उदाहरण
सीएम मान ने आगे कहा कि वैसे तो अकाली दल अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह को गुरु नानक की तकड़ी से जोड़ते हैं, लेकिन इन लोगों ने गुरु के भजनों का अपमान किया है। सीएम मान ने बताया कि राजा होने के बावजूद, महाराजा रणजीत सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दी गई सजा को बिना किसी शर्त के स्वीकार किया था। वहीं अकाली दल की सरकार के पिछले नेताओं ने दावा तो किया कि वह पंजाब को महाराजा रणजीत सिंह की तरह शासन देंगे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, उल्टा श्री अकाल तख्त साहिब के अधिकार को कम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।