---विज्ञापन---

पंजाब

CM मान का अकाली दल को लेकर बड़ा बयान, बताया SAD के पतन का कारण

CM Bhagwant Mann Big Statement on Akali Dal: पंजाब की वरिष्ठ राजनीतिक पार्टी अकाली दल के अंदर कई दिनों से सत्ता को लेकर आपसी कलह चल रही है। इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह का अकाली दल को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है।

Author Edited By : Pooja Mishra Updated: Jun 30, 2024 17:29
CM Bhagwant Mann Big Statement on Akali Dal

CM Bhagwant Mann Big Statement on Akali Dal: पंजाब में इन दिनों जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर में राजनीतिक पारा बढ़ गया है। इसी दौरान, पंजाब की प्रमुख राजनीतिक पार्टी अकाली दल के भीतर सत्ता के मामले में आपसी कलह चल रही है। अकाली दल के कई नेता आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसका मतलब है कि अकाली दल अपने पतन की ओर बढ़ रही है। इसी बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह ने अकाली दल को लेकर में एक बड़ा बयान सामने आया है। सीएम मान ने शिरोमणि अकाली के पतन का सबसे बड़ा कारण श्री गुरु ग्रंथ साहिब की अनदेखी को बताया है।

---विज्ञापन---

सीएम मान ने बताया SAD के पतन का कारण

पंजाब में अकाली दल के पतन का कारण बताते हुए सीएम भगवंत मान सिंह ने कहा कि शिरोमणि अकाली के पतन का एक बड़ा कारण श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला है। सीएम मान ने कहा कि अकाली दल का निर्माण साल 1920 में हुआ था, वहीं साल 2020 के बाद से ही पार्टी भारी संकट से जूझ रही है, अब तो नौबत यहां तक पहुंच गई है कि अकाली दल विलुप्त होने की कगार पर है। ऐसे इसलिए है क्योंकि इसने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की थी। सीएम मान ने आगे कहा कि अकाली दल के पतन के पीछे न तो भगवंत मान हैं और न ही पंजाब की जनता है, इसकी असली वजह गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी है।

यह भी पढ़ें: 4 लोगों की मौत, मृतकों में बच्चा भी शामिल; पंजाब के होशियारपुर में हुआ भीषण हादसा

महाराजा रणजीत सिंह का दिया उदाहरण

सीएम मान ने आगे कहा कि वैसे तो अकाली दल अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह को गुरु नानक की तकड़ी से जोड़ते हैं, लेकिन इन लोगों ने गुरु के भजनों का अपमान किया है। सीएम मान ने बताया कि राजा होने के बावजूद, महाराजा रणजीत सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दी गई सजा को बिना किसी शर्त के स्वीकार किया था। वहीं अकाली दल की सरकार के पिछले नेताओं ने दावा तो किया कि वह पंजाब को महाराजा रणजीत सिंह की तरह शासन देंगे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, उल्टा श्री अकाल तख्त साहिब के अधिकार को कम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

First published on: Jun 30, 2024 05:21 PM

संबंधित खबरें