Punjab Border Area Under CCTV, तरनतारन: पाकिस्तान हमेशा भारत के खिलाफ साजिश रचता है, इसका नमूना अक्सर सीमा पार से नशा और हथियार तस्करी के रूप देखने को मिलता रहता है। अकेले पंजाब में ही सीमा पार पाकिस्तान से बड़े स्तर पर नशा तस्करी होती रहती है। लेकिन अब पंजाब सरकार ने सीमा पार से होने वाले नशा और हथियार पर नकेल कसने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। दरअसल सुरक्षा एजेंसियों ने पंजाब के सरहदी इलाकों में अपनी निगरानी तेज करने के लिए नया चक्रव्यूह बनाया है।
सरहदी इलाकों में सीसीटीवी
अपनी योजना के अनुसार सुरक्षा एजेंसी सरहदी इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने वाली है। शुरुआती चरण में तरनतारन के 86 सीमावर्ती इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएगे। इस सीसीटीवी कैमरे में इलाके में हो वाली हर तरह की गतिविधियां कैद होगी। इसकी मदद से सीमा पार से आने वाले तस्करों और ड्रोन पर नजर रख सकेंगे। साथ ही सुरक्षा एजेंसियों को सीमावर्ती एरिया के उन रास्तों के बारे में भी जानने को मिलेगा जिसको तस्कर ढाल बनाते रहे हैं।
यह भी पढ़ें: गैंगस्टरों और अपराधियों को करते थे हथियार सप्लाई, पुलिस ने किया गैंग का भंडाफोड़, 3 गिरफ्तार
बनेंगे मैप
जानकारी के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियां सरहदी इलाके का मैप भी बनाएंगे। इस मैप में एरिया के सभी 11, 22 और 44 फुट के रास्तों की जानकारी होगी। इस योजना की सारी प्रक्रिया इसी महीने के आखिर तक में पूरी की जाएगी।
डीजीपी का संकल्प
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इस योजना के बारे में बताते हुए कहा कि राज्य से नशा तस्करी को हर किमत पर खत्म किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें इस काम के लिए लोगों से भी सहयोग की जरूरत है।
बर्डर से लगे पंजाब के जिले
बता दें कि, पंजाब अपनी 557 किलोमीटर सीमा पाकिस्तान के साथ शेयर करता है। इस बर्डर के साथ पंजाब के 6 जिले लगते हैं। जिसमे तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का और फिरोजपुर शामिल हैं। इन जिलों में 27 प्वाइंट ऐसे हैं जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान ड्रोन के जरिये पंजाब में हथियार और नशा तस्करी के लिए करता हैं।