Punjab: पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह की फरारी के बाद से अब तक 200 के ऊपर आरोपियों को पकड़ा है। वहीं, उसके चाचा समेत 5 आरोपियों को असम के डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया है। खूफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि अगर इन आरोपियों को डिब्रूगढ़ शिफ्ट न किया जाता तो फिर से ‘अजनाला कांड’ हो सकता था।
एजेंसियों ने पुलिस के साथ साझा की रिपोर्ट
अमृतपाल सिंह के समर्थक एक बार फिर अजनाला थाने जैसा हमला जेल पर कर सकते थे। सूत्रों का कहना है कि खुफिया एजेंसियों ने राज्य पुलिस के साथ बैठक की। इसके बाद अमृतपाल के सहयोगियों को डिब्रूगढ़ जेल शिफ्ट करने की कार्रवाई की गई। साथ ही उन पर एनएसए भी लगाया गया।
Amritpal Singh's associates shifted out of Punjab after intelligence report on possible jail break
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— ANI Digital (@ani_digital) March 23, 2023
सिख फॉर जस्टिस संगठन से अमृतपाल के कनेक्शन
रिपोर्ट में कहा गया कि संभव है कि जेल में बंद अन्य अपराधी आनंदपुर खालासा फौज से भी जुड़े हों। अमृतपाल के प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस से भी संबंध हैं, जो अब उसके समर्थन में खुलकर आ गए हैं।
क्या है अजनाला कांड?
पंजाब के अमृतसर स्थित अजनाला पुलिस ने फरवरी में अमृतपाल के एक साथी लवप्रीत तूफान को अरेस्ट किया था। मामला मारपीट और धमकाने का था। 23 फरवरी को अमृतपाल ने अपनी आनंदपुर खालसा फौज लेकर थाने पर धावा बोल दिया। जमकर तोड़फोड़ हुई। पुलिस पर पथराव किया गया।
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इसके बाद अमृतपाल को रिहा करना पड़ा था। पुलिस ने अमृतपाल के एक पूर्व करीबी वरिंदर सिंह की शिकायत पर अजनाले थाने में केस दर्ज किया था। इसी केस में अजनाला पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची थी, लेकिन वह फरार हो गया।
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