चंडीगढ़: उत्तर प्रदेश के मेरठ में कत्ल कर दिया गया एक युवक शुक्रवार को चंडीगढ़ में अचानक ‘जिंदा’ हो गया। मामला बड़ा पेचीदा है। दरअसल, एक लड़का अपनी गर्लफ्रेंड के साथ घर से भाग गया। फिर नाले से लाश बरामद की गई। हैरानी इस बात की है कि लाश का न सिर था और न दोनों हाथ। शिनाख्त के बाद अब घर वाले चिता सजाने में लगे थे तो इसी बीच वह गर्लफ्रेंड के साथ सिटी ब्यूटीफुल घूम रहा था। फिलहाल, अंतिम संस्कार टल गया है और लाश को पुलिस अपने साथ ले गई है। जानें क्या है पूरा मामला…
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29 अगस्त से लापता था मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर इलाके का 20 वर्षीय युवक मोंटी कुमार, 31 अगस्त को 18 वर्षीय लड़के पिता ने कराई उसे भगा ले जाने की शिकायत
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9 सितंबर को मेरठ में बिना सिर और हाथों के लाश मिली तो टैटू के सबूत मिटाने की आशंका के चलते परिजनों ने मोंटी के रूप में की थी शिकायत
मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में मंसूरपुर इलाके का 20 वर्षीय युवक मोंटी कुमार 29 अगस्त को घर से बिना बताए कहीं चला गया। इस बारे में परिजनों की तरफ से सूचना दिए जाने के बाद स्थानीय पुलिस ने खोजबीन शुरू कर दी। इसी बीच 31 अगस्त को एक शख्स ने मोंटी के खिलाफ अपनी लड़की को भगा ले जाने की शिकायत दी थी। इस शिकायत के मुताबिक 18 साल की एक लड़की के पिता ने बताया पुलिस को बताया था कि सुबह जब परिवार नींद से जागा तो लड़की घर में नहीं थी। किसी पड़ोसी ने बताया कि वह मोंटी के साथ बाइक पर बैठकर गई है। इसके बाद घर को खंगाला तो कुछ गहने और 50 हजार रुपए की नकदी भी नहीं मिली।
इसके बाद 9 सितंबर को मेरठ के दौराला में नाले से एक लाश बरामद की गई तो मुजफ्फरनगर जिले की पुलिस भी अलर्ट हो गई। लापता युवक मोंटी की गर्दन और हाथों पर टैटू होने और लाश के बिना सिर व हाथों के मिलने के बाद सबूत मिटाने के लिए काटी गई सोचकर परिजनों ने लाश की शिनाख्त मोंटी के रूप में कर ली। पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने लाश परिजनों को सौंप दी तो अब शुक्रवार को उसके अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। इसी बीच उस वक्त मोंटी और उसके साथ भागी लड़की के परिजनों के साथ-साथ पुलिस में भी हड़कंप मच गया, जब वह चंडीगढ़ में अपनी प्रेमिका के साथ पकड़ा गया।
आनन-फानन में मुजफ्फरनगर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अंतिम संस्कार रुकवाया और फिर पुलिस लाश को अपने साथ वापस ले गई। इसकी पुष्टि करते हुए मंसूरपुर थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर आशीष चौधरी ने बताया कि पुलिस मोबाइल फोन सर्विलांस के जरिये लगातार मोंटी और उसके द्वारा भगाई गई लड़की का पता लगाने में जुटी थी। बरामद की गई जिस लाश के मोंटी की होने का दावा उसके परिवार की तरफ से किया जा रहा था, वह मोंटी की नहीं थी। ऐसे में उसे वापस मेरठ के मुर्दाघर में भिजवा दिया गया है।