पटियाला: देशभर में जश्न-ए-आजादी के बीच मंगलवार को शाही शहर पटियाला में प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सूबे के 3 करोड़ लोगों को भरोसा दिया है कि हमारे दामन पर लगा ‘चिट्टा दाग (हेरोइन के नशे का कलंक)’ एक साल में धो दिया जाएगा। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रध्वज को सलामी दी और विभिन्न क्षेत्रों में विशेष उपलब्धि रखती प्रदेश की विभिन्न शख्सियतों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘यह गर्व की बात है कि जब भी कभी दुश्मन की तरफ से गोली चलती है तो उसके आगे तना पहला सीना किसी न किसी पंजाबी का होता है’। विपक्षी राजनैतिक पार्टियों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री मान ने पूछा कि वतन परस्ती क्या होती है। आजादी के वक्त सबसे बड़ी चिंता थी कि देश किन हाथों में जाएगा। पिछले 76 साल से देश की बागडोर हमारे हाथों में है तो उसका मान रखते हुए यह बताना पड़ेगा कि देश के लिए क्या किया है।
-
पंजाब पुलिस की विभिन्न इकाइयों ने किया मार्च पास्ट, 440 स्कूली छात्राओं ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुति
इस समारोह के दौरान सुरक्षा एजेंसियों जैसे-पंजाब पुलिस, PAP, RTC PAP महिला विंग, विभिन्न जिला पुलिस, हिमाचल प्रदेश प्लाटून की टुकड़ी, NCC, पंजाब NCC प्लाटून, गाइड टुकड़ी, पाइप बैंड-ब्रास बैंड की टुकड़ियों आदि ने मार्च पास्ट किया। राष्ट्रीय घुड़सवारों ने करतब दिखाए। घुड़सवारों ने सबसे पहले माउंट्रड सैल्यूट दिखाया। इसके बाद लांस एंड पैक और हैंकी ट्रिक दिखाई। इस दौरान घुड़सवार अपने बादशाह, रॉयल चैलेंज और विक्टोरिया नामक घोड़ों के अलावा अन्य पर सवार रहे। पंजाब के विभिन्न सरकारी और निजी स्कूलों की 440 छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम दिखाए। रंग-बिरंगे परिधान पहनकर आई छात्राओं ने प्रदेश की झलक दिखाते कई गीतों पर पारंपरिक नृत्य किया। कार्यक्रम के अंत में इसके बाद पटियाला की उपायुक्त (DC Patiala) साक्षी साहनी की तरफ से मुख्यमंत्री भगवंत मान को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
CM मान बोले-सबसे महंगी पंजाब को पड़ी आजादी
इससे पहले अपने संबोधन की शुरुआत में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आजादी की लड़ाई आसान नहीं थी। आजादी पूरे देश के लिए बहुत मायने रखती है, लेकिन पंजाब की धरती पर जन्म लेने वालों के लिए आजादी का पैमाना अलग होता है। इसकी सबसे ज्यादा कीमत पंजाब को चुकानी पड़ी। कितना दर्द भरा था 14 अगस्त का वो बंटवारे वाला दिन? दस लाख लोग मारे गए, हर जगह लहूलुहान लोग थे। सबके सब अपने ही परिवार के सदस्य और रिश्तेदार थे। पंजाब ने सबसे पहले आजादी दिलाने में बहुत बड़ा योगदान दिया और उसके बाद हम आजादी बरकरार रखने के लिए हर दिन अपना योगदान दे रहे हैं।
उन्होंने ऊधम सिंह, भगत सिंह के बलिदान को याद किया और कहा कि देश के लिए लड़ने की प्रेरणा गुरुओं से विरासत में मिली है। आजादी की लड़ाई गुरु नानक देव के समय से ही शुरू थी, जब उन्होंने बाबर को जाबर कहा था। गुरु तेग बहादुर ने शीश कटवाया। गुरु गोबिंद सिंह ने अपना पूरा परिवार कुर्बान कर दिया। मान ने बताया कि किस तरह सांसद होते उन्होंने आजादी दिवस पर स्पीकर सुमित्रा महाजन से गुरु गोविंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों को श्रद्धांजलि देने की बात कही थी। स्पीकर ने कहा कि आज तक को कभी ऐसा नहीं किया गया और इस मांग को रिकॉर्ड पर लाने की बात कही। खुशी है कि यह ड्यूटी उन्हें मिली, जबकि इससे पहले पंजाब के किसी सांसद या मुख्यमंत्री की तरफ से कभी नहीं किया गया।
एक साल में नॉर्थ इंडिया में छोटी फैक्ट्रियों के पंजीकरण में अग्रणी रहा पंजाब: मान
उन्होंने कहा कि गुरुओ-पीरों की दिखाई राह पर चलकर ही पंजाब को आए दिन तरक्की की तरफ ले जाया जा रहा है। पंजाब को व्यापार में नंबर-1 बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। पंजाब छोटी फैक्ट्रियों के पंजीकरण में बीते एक साल में नॉर्थ इंडिया में अग्रणी रहा है। करीब दो लाख 79 हजार इकाई आ रही हैं। टाटा स्टील, वर्बियों, जिंदल स्टील समेत अन्य कई बड़ी कंपनियां पंजाब आ रही है, क्योंकि अब कारोबारियों को पता है कि राज्य सरकार उन्हें तंग न कर सहयोग प्रदान करेगी। इससे बेरोजगारी और नशे की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी। कुल मिलाकर पंजाब की आम आदमी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार-व्यापार और खेती है। पंजाब में आज शुरू हो गए 76 नए आम आदमी क्लीनिकों को मिलाकर इनकी संख्या 659 हो गई। यहां दवाइयां और मेडिकल टेस्ट फ्री हैं। लोगों को गांव में ही सभी सुविधाएं मिलेंगी।
<
ਦੇਸ਼ ਦੀ ਆਜ਼ਾਦੀ ‘ਚ ਆਪਣਾ ਵਡਮੁੱਲਾ ਯੋਗਦਾਨ ਪਾਉਣ ਵਾਲੇ ਸਮੂਹ ਆਜ਼ਾਦੀ ਘੁਲਾਟੀਆਂ ਨੂੰ ਸਿਜਦਾ…
ਦੇਸ਼ ਦੇ 77ਵੇਂ ਆਜ਼ਾਦੀ ਦਿਹਾੜੇ ਮੌਕੇ ਰਾਜ ਪੱਧਰੀ ਸਮਾਗਮ ਦੌਰਾਨ ਪਟਿਆਲਾ ਤੋਂ Live…
https://t.co/OMNTz590R1— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) August 15, 2023
>
‘खेड्डां वतन पंजाब दी’ की रजिस्ट्रेशन शुरू
इस समारोह के मंच से मुख्यमंत्री मान ने कहा कि ‘खेड्डां वतन पंजाब दी’ के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दी गई है। इसके तहत पहले पारंपरिक खेल कराए गए और इन गेम्स को दोबारा स्कूलों में लाया जा रहा है। हर साल सिपाही से लेकर सब-इंस्पेक्टर तक 2200 पुलिसकर्मियों की भर्ती की जानी है। अगले चार साल का शैड्यूल जारी किया गया है।
नशे के कलंक को मिटाने के लिए भी दिया मुख्यमंत्री ने आश्वासन
उधर, मुख्यमंत्री आजादी दिवस समारोह के मंच से पंजाब के दामन पर लगे ‘चिट्टे दाग (हेरोइन के नशे का कलंक)’ धो देने का भरोसा देते हुए कहा कि अगली 15 अगस्त और अगली 26 जनवरी से पहले पंजाब को इस कलंक से भी आजादी दिला दी जाएगी। पंजाब में नशा तस्करों और सप्लायरों की धर-पकड़ के लिए विशेष प्रकार की तेज मुहिम चलाई जाएगी।चिट्टे समेत अन्य नशे को खत्म करने को लेकर स्क्रीप्ट हमने तैयार कर ली है। रिजल्ट अपने आप सामने आने लगेंगे। युवाओं को पंजाब में ही रोजगार दिया जाएगा, ताकि उन्हें विदेशों में नहीं जाना पड़े।
इन लोगों को मिला चीफ मिनिस्टर पदक
आज मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विक्रमजीत सिंह बराड़, इंस्पेक्टर पुष्पिंदर सिंह, सिपाही नवनीत सिंह, होशियारपुर, SSP मुक्तसर, PPS, आलम विजय सिंह, विशालजीत सिंह, संजीवन, PPS, DSP बरिंदर सिंह, PPS सुभाष चंद्र अरोड़ा, इंस्पेक्टर शिव कुमार, इंचार्ज CIA, SI गुरिंदर सिंह, इंस्पेक्टर सुरेश कुमार, SI अक्शयदीप सिंह, ASI इकबाल सिंह, ASI हरविंदर सिंह, ASI दिनेश कुमार, ASI सुरिंदर पाल सिंह, मेडिकल सुपरिटेंडेंट हरनाम सिंह रेकी समेत परेड कमांडर जसरूप सिंह बाठ, सहायक परेड कमांडर बवनदीप सिंह लुबाणा, DSP सुल्तानपुर, स्पेशल चिल्ड्रन के अलावा इंडो-तिब्बतन पुलिस कमांडर समेत अन्य पलाटुन कमांडर को सम्मानित किया।
इन 13 विशिष्ट शख्सियतों को भी किया सम्मानित
इसके अलावा मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 13 शख्सियतों को सम्मानित किया। इसमें माउंट एलब्रस पर पहुंचने वाली सबसे छोटी बच्ची सानवी सूद को पदक व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। पटियाला की वेटलिफ्टर एवं कॉम्नवेल्थ पदक विजेता हरजिंदर कौर, PCS SDM खमाणों संजीव कुमार, सुखदेव सिंह, फतेह सिंह पटवारी, दस वर्षीय एकमजोत कौर, तरनतारन निवासी मेजर सिंह, जालंधर निवासी सलीम मोहम्मद, साइंस विषय के टीचर सुखपाल सिंह, कर्नल जगदीप संधू को सम्मानित किया। NDRF बठिंडा के कमांडेंट संतोष कुमार शािमल हैं।
पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर पर कसा मान ने तंज
उधर, CM भगवंत मान ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को महलों वाला बताते हुए कहा कि जब मुगलों का राज था तो इनके पुरखे उनके साथ थे। जब कांग्रेस का राज आया तो उनके साथ और अकाली दल का राज आया तो उनके साथ हो गए। अब भाजपा का राज है तो महल वाले उनके साथ आ गए, लेकिन क्या कभी लोगों के साथ आए हो।