Farmer’s Protest Against G20 Summit In Punjab, चंडीगढ: देश की सरकार 18वीं बार हो रहे G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी में बिजी है और इसी बीच देशी की जनता सरकार से नाराज हो गई है। इसी कड़ी में शुक्रवार को पंजाब के 16 किसान संगठन सड़कों पर उतर आए। प्रदेशभर की 90 जगहों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले जला इन लोगों ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
-
प्रदर्शनकारी किसानों का आरोप-दुनिया के 75 प्रतिशत आर्थिक स्रोतों पर कब्जा जमा चुके देश अब भारत पर रखते हैं नजर
प्रदर्शनकारी किसानों का नेतृत्व कर रहे पंजाब मजदूर संघर्ष कमेटी के सरवण सिंह पंधेर, मजदूर-किसान संघर्ष कमेटी के प्रधान सुखविंदर सिंह सभरा, सलविंदर जानियां और अन्य ने कहा कि दिल्ली में हो रहे G-20 शिखर सम्मेलन में वो देश शामिल हो रहे हैं, जिनका दुनिया के 75 प्रतिशत आर्थिक स्रोतों पर कब्जा है और अब अगली नजर भारत पर है। ये विदेशी ताकतें भारत के हवाई मार्ग, समुद्री मार्ग, पानी, खनन आदि पर कब्जा करना चाहते हैं। दूरसंचार, रेलवे तो पहले ही बिक चुके हैं। अब मोदी सरकार की वजह से दूसरे सरकारी उपक्रम भी बिकाऊ हो चले हैं। इतना ही नहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मोदी के हाथों में खेल रहे हैं।
उधर यह बात भी ध्यान देने वाली है कि आज के रोष प्रदर्शन में वो ही सब किसान संगठन शामिल रहे, जिन्होंने 21 अगस्त को चंडीगढ़ के लिए कूच किया था और लाठीचार्ज के अलावा जिनके बहुत से साथियों को पुलिस ने जेल में बंद कर दिया था। साथ ही बहुत से किसानों को घरों में ही नजरबंद भी कर दिया था।