चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने प्रगतिशील और ख़ुशहाल राज्य की सृजन करने की तरफ एक और कदम बढ़ाते हुए शुक्रवार को 80 और आम आदमी क्लीनिक लोगों को समर्पित किए, जिससे राज्य में चल रहे ऐसे क्लीनिकों की कुल संख्या अब 580 हो गई है।
इस मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे अब राज्य में लोगों को मुफ़्त सेहत सेवाएं मुहैया करने के लिए लगभग 580 आम आदमी क्लीनिक काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह 580 क्लीनिक तीन पड़ावों में राज्य के लोगों की सेवा में शामिल किये गए हैं। भगवंत मान ने कहा कि यह क्लीनिक पहले ही लोगों को मानक सेहत सेवाएं प्रदान करन में मील पत्थर साबित हुए हैं और बड़े सुचारू ढंग के साथ बखूबी काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ लैस यह क्लीनिक लोगों को विश्व स्तरीय इलाज और जांच सहूलतें मुफ़्त प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक राज्य भर के 25. 63 लाख मरीज़ इन आम आदमी क्लीनिकों से लाभ उठा चुके हैं। इसी तरह भगवंत मान ने बताया कि इन क्लीनिकों पर कुल 41 किस्म के डायगनौस्टिक टैस्ट मुफ़्त किये जा रहे हैं और 30 अप्रैल तक कुल 1.78 लाख मरीजों ने इन क्लीनिकों से टैस्ट करवाए हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह बड़े मान वाली बात भी है कि इन क्लीनिकों ने राज्य में फैली अलग- अलग बीमारियों की जांच करने और प्रभावशाली ढंग के साथ ऐसी बीमारियों का मुकाबला करने के लिए एक डेटाबेस तैयार करने में सरकार की भरपूर मदद की है। उन्होंने बताया कि इन क्लीनिकों में मरीज़ों को कुल 80 दवाएँ मुफ़्त दीं जा रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली दवाएँ हाईपरटैनशन, शुगर, चमड़ी की बीमारियाँ, मौसमी बीमारियाँ जैसे वायरल बुख़ार और अन्यों के लिए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर व्यंग्य कसते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोग हमारे तथाकथित तजुर्बेकार राजनीतिज्ञों से तंग आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने अपने आलीशान आरामगाहों की ऊँची दीवारों के पर्दो के पीछे ख़ुद को कैद कर लिया है, जिस कारण लोग इनसे किनारा करने लगे हैं। भगवंत मान ने कहा कि इन नेताओं की तरफ से आम आदमी को हमेशा ही ठगा और लताड़ा गया है, जिस कारण इनको लोगों ने नकार दिया है।
मानक शिक्षा को गरीबों को पेश सभी बीमारियों का इलाज बताते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा वह ताकत है, जो गरीबी के शोषित लोगों को अपना जीवन स्तर ऊंचा उठाने के योग्य बनाती है। उन्होंने कहा कि इस कारण राज्य सरकार राज्य में शिक्षा क्षेत्र के सुधार पर विशेष ध्यान दे रही है। भगवंत मान ने कहा कि विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के अथक यत्नों स्वरूप पंजाब आज अतिरिक्त बिजली वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि पिछले समय में राज्य में अंधेरे का ख़तरा मंडराता रहता था, जबकि अब बिजली पैदा करने के लिए हमारे पास 37 दिनों के कोयले का भंडार मौजूद है। भगवंत मान ने कहा कि आज राज्य के हर क्षेत्र को चाहे वह कृषि हो, उद्योग या घरेलू क्षेत्र, को निर्विघ्न बिजली मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्ट नेता मानसिक रोगी होते हैं। इसी कारण ऐसे नेताओं को जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने राज्य की दौलत को बेरहमी के साथ लूटा है, जिसके लिए इनको बख़्शा नहीं जा सकता। भगवंत मान ने कहा कि भ्रष्ट नेताओं से लोगों की लूट का एक-एक पैसा वसूल किया जायेगा और उनको जेलों में डाला जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘एक विधायक, एक पैंशन’ बिल पास किया है जिसमें कहा गया है कि हरेक विधायक को हर मियाद के लिए एक से अधिक पैंशनें लेने की पहले की व्यवस्था की जगह अब सिर्फ़ एक ही पैंशन मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह पैंशन प्रणाली जनता के पैसे की खुली लूट थी, जिसको अब रोक दिया गया है। भगवंत मान ने कहा कि इस ऐतिहासिक पहलकदमी का उद्देश्य समाज की भलाई यकीनी बनाने के लिए करदाताओं के पैसे की बचत करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक राज्य में योग्य नौजवानों को 29000 से अधिक नौकरियाँ दीं हैं। उन्होंने कहा कि योग्यता और पारदर्शिता समूची भर्ती प्रक्रिया का एकमात्र आधार है। भगवंत मान ने कहा कि नौजवानों को उनकी योग्यता और सामर्थ्य के आधार पर और नौकरियाँ दीं जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को कुदरती आपदा के कारण हुए फ़सली नुकसान से तुरंत बाद मुआवज़ा देने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों का भारी नुकसान हुआ है, उनको 15000 रुपए प्रति एकड़ मुआवज़ा दिया गया है। इसी तरह भगवंत मान ने कहा कि किसानों की फ़सल की खरीद और लिफ्टिंग निर्विघ्न और सुचारू ढंग के साथ की जा रही है।
अपने संबोधन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने इस ऐतिहासिक पहलकदमी के लिए राज्य सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कारगुज़ारी बेमिसाल है क्योंकि पंजाबियों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐसी क्रांति कभी नहीं देखी। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि इसको पहले दिल्ली में लागू किया गया था और अब लोगों की तरफ से मौका दिए जाने के बाद इसको पंजाब में सफलतापूर्वक लागू किया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पंजाब में कई जन हितैषी और विकासमुखी पहलकदमियां करने के लिए राज्य सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि जहाँ दिल्ली सरकार ने पाँच सालों बाद 500 क्लीनिक खोले थे, पंजाब में यह एक साल में ही चालू हो गए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुफ़्त बिजली पंजाब के लिए बड़ा वरदान है।
भगवंत मान को नम्रता और दूरदर्शिता का प्रतीक बताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री किसी भी ऐसे व्यक्ति को मिलने के लिए तैयार रहते हैं, जो राज्य का भला कर सकता है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान का पंजाब का मुख्यमंत्री बनना लोगों के लिए वरदान है। उन्होंने कहा कि यह राज्य और इसके लोगों के लिए अच्छा है क्योंकि ऐसे नेता आजकल बहुत कम हैं। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री की दूरदर्शी नेतृत्व अधीन राज्य का हर क्षेत्र में बेमिसाल विकास हो रहा है।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री बलबीर सिंह, राज्य सभा मैंबर राघव चड्ढा और संजीव अरोड़ा के इलावा अन्य शख्सियतें उपस्थित थीं।