Bathinda Army Station Firing: पंजाब के बठिंडा में 12 अप्रैल को मिलिट्री स्टेशन के अंदर गोलीबारी कर चार जवानों की हत्या के आरोपी गनर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सूत्रों का कहना है कि उसने निजी दुश्मनी के चलते उन चारों जवानों को बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में मार गिराया।
बठिंडा के सीनियर पुलिस अधीक्षक (SSP) गुलनीत सिंह खुराना के अनुसार, हिरासत में लिए गए सिपाही की पहचान देसाई मोहन के रूप में हुई है, जो इस घटना का चश्मदीद था। आरोपी ने कथित तौर पर जांच को गुमराह करने के लिए पुलिस अधिकारियों को झूठे बयान दिए।
Bathinda Military Station firing incident | After sustained interrogation, one individual named Gunner Desai Mohan from the Artillery unit, where the incident occurred has confessed to his involvement in stealing an INSAS rifle & killing four of his colleagues. Initial… pic.twitter.com/S8k4d1rlzw
— ANI (@ANI) April 17, 2023
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बठिंडा एसएसपी ने दी ये जानकारी
एसएसपी बठिंडा गुलनीत खुराना ने कहा कि बठिंडा मिलिट्री स्टेशन फायरिंग की घटना में लगातार पूछताछ के बाद हमने पाया कि एक हथियार चोरी हो गया है और इसका इस्तेमाल जवानों को मारने के लिए किया गया था। मामले में आर्टिलरी यूनिट के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया और पूछताछ के दौरान उसने पुलिस के सामने इंसास राइफल चोरी करने और अपने चार साथियों की हत्या करने की बात स्वीकार की। शुरुआती जांच में निजी दुश्मनी की बात सामने आ रही है।
#WATCH | Bathinda Military Station firing incident: After sustained interrogation, we found that one weapon has been stolen and that was used to kill the jawans. Later, one individual from the Artillery unit was detained and during interrogation, he confessed to his involvement… pic.twitter.com/B5KhlSpApX
— ANI (@ANI) April 17, 2023
पहले जांच में पुलिस को किया था गुमराह
इससे पहले हिरासत में लिए गए सिपाही देसाई मोहन के बयान के आधार पर फायरिंग की घटना के संबंध में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और आर्म्स एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने दावा किया था कि उनमें से एक के पास इंसास राइफल और दूसरे के पास कुल्हाड़ी थी, जैसा कि प्राथमिकी में बताया गया है।
बता दें कि बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में सागर, कमलेश, संतोष और योगेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद से सेना और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम मामले की जांच पड़ताल में जुटी थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे से घटना की जानकारी ली थी।