Ajnala Case: पंजाब कांग्रेस ने राज्य की पुलिस को अल्टीमेटम जारी किया है। पार्टी ने कहा है कि अजनाला मामले में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतरेगी।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव को लिखे पत्र में राज्य कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने लिखा, “पंजाब कांग्रेस एक अल्टीमेटम दे रही है कि या तो आप अमृतपाल समेत उन सभी को गिरफ्तार करें जो पुलिसकर्मियों पर हमला करने के दोषी हैं, या हम कांग्रेसियों को सड़कों पर आने के लिए मजबूर किया जाएगा।
The seige & attack on Ajnala Police station is an unprecedented incident & the guilty must be put behind bars. The inaction of @PunjabGovtIndia has demoralised our martial @PunjabPoliceInd.
Have written to @DGPPunjabPolice seeking immediate arrest of the culprits. pic.twitter.com/d80G4L9b36— Amarinder Singh Raja Warring (@RajaBrar_INC) March 1, 2023
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वारिंग ने दावा किया कि जिस घटना में अमृतपाल और उसके समर्थकों ने पुलिस थाने के बाहर गुरु ग्रंथ साहिब की एक प्रति को ढाल के रूप में इस्तेमाल किया, उसने पंजाब के विश्वास को हिला दिया था। पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने यह भी कहा कि उन्होंने अमृतपाल सिंह की खतरनाक और नापाक गतिविधियों के बारे में लगभग चार महीने पहले डीजीपी को चिट्ठी लिखकर आगाह किया था।
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बता दें कि अजनाला की घटना के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार और पंजाब पुलिस प्रमुख विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। बताया जा रहा है कि अजनाला कांड को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। मान ने पहले कहा था कि उनकी सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखेगी और किसी को भी शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
क्या है अजनाला कांड?
बता दें कि ‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ अमृतपाल सिंह और उसके समर्थक अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला में एक पुलिस स्टेशन में घुस गए थे। वे यहां अपने सहयोगी की लवपप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी के विरोध और उसे रिहा करने की मांग कर रहे थे। इस दौरान अमृतपाल के समर्थकों ने तलवारें और बंदूकें लहराईं थीं। बाद में लवप्रीत को रिहा कर दिया गया था। बता दें कि इस दौरान पुलिस और अमृतपाल के समर्थकों के बीच झड़प भी हुई थी जिसमें 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।