पंजाब में आम आदमी पार्टी ने राजनीति को एक नई दिशा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने अपने संगठन में अब तक का सबसे बड़ा बदलाव करते हुए जमीनी कार्यकर्ताओं और नये जोशीले चेहरों को अहम जिम्मेदारियां सौंपी हैं। यह बदलाव सिर्फ पदों का फेरबदल नहीं, बल्कि एक मजबूत संगठन की नींव रखने की कोशिश है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि अब राजनीति का मकसद सिर्फ सत्ता नहीं, बल्कि सेवा होगा। यह नई टीम आने वाले चुनावों के लिए नहीं, बल्कि आने वाले 25 वर्षों की ईमानदार और जनसेवा से जुड़ी राजनीति के लिए तैयार की गई है। पार्टी ने बताया कि पांच विधायकों को स्टेट वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया है, वहीं नौ अनुभवी और ऊर्जावान चेहरों को जनरल सेक्रेटरी और सेक्रेटरी जैसे महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी दी गई है।
लोकसभा और जिला स्तर पर नई टीम की नियुक्ति
इसके अलावा राज्य के 13 लोकसभा क्षेत्रों में नए लोकसभा अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। वहीं 27 जिलों में पार्टी ने जिला प्रधानों के रूप में जमीनी नेताओं को कमान सौंपी है। यह बदलाव पार्टी की रणनीति का हिस्सा है जिससे हर गांव, हर नौजवान और हर परिवार तक संगठन की सोच और ईमानदार राजनीति को पहुंचाया जा सके। पार्टी का कहना है कि इन पदाधिकारियों की जिम्मेदारी सिर्फ प्रशासनिक नहीं होगी, बल्कि वे जनता और सरकार के बीच सेतु का काम करेंगे।
राजनीति को सेवा का माध्यम बनाने का संकल्प
पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी राजनीति को सत्ता नहीं, सेवा का माध्यम मानती है। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह बदलाव आने वाले चुनावों को देखते हुए नहीं, बल्कि अगले 25 वर्षों की राजनीति को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का हर कार्यकर्ता अब एक विचारधारा से चलेगा और जनसेवा में अपनी भूमिका निभाएगा।
नई टीम से संगठन को मिलेगी नई दिशा
नए नियुक्त किए गए पदाधिकारियों को बधाई देते हुए पार्टी ने कहा कि यह एक अवसर है उस ऐतिहासिक बदलाव का हिस्सा बनने का जिसकी शुरुआत पंजाब कर चुका है। पार्टी ने यह भी कहा कि जब कोई पार्टी चुनाव जीतती है तो सरकार बनती है, लेकिन जब विचारधारा जीतती है, तो संगठन बनता है। यही विचार आम आदमी पार्टी को बाकी दलों से अलग बनाता है। यह बदलाव आने वाले समय में पंजाब की राजनीति की दिशा और दशा दोनों को तय करेगा।