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Noida: अब मेट्रो कोच में लीजिए रेस्त्रां का मजा, NMRC ने पेश की नई स्कीम

नोएडा: नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) ने सेक्टर-137 मेट्रो स्टेशन पर व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक ‘मॉक’ मेट्रो कोच किराए पर देने का फैसला किया है। इस कदम का उद्देश्य एनएमआरसी के गैर-किराया राजस्व में वृद्धि करना और कैफे व रेस्त्रा में भोजन से ऊब चुके लोगों के लिए एक नया माहौल […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Sep 1, 2022 20:37
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नोएडा: नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) ने सेक्टर-137 मेट्रो स्टेशन पर व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक ‘मॉक’ मेट्रो कोच किराए पर देने का फैसला किया है। इस कदम का उद्देश्य एनएमआरसी के गैर-किराया राजस्व में वृद्धि करना और कैफे व रेस्त्रा में भोजन से ऊब चुके लोगों के लिए एक नया माहौल प्रदान करना है।

जारी हुआ टेंडर, कोच को न हो कोई नुकसान

एनएमआरसी की प्रवक्ता निशा वधावन ने इसके टेंडर जारी होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में ग्रेटर नोएडा में डिपो स्टेशन में नकली मेट्रो कोच उपलब्ध है। लाइसेंसधारी इसे नोएडा सेक्टर-137 मेट्रो स्टेशन में एक निर्धारित स्थान पर स्थापित किया जाएगा। वहीं कोच को किराए पर लेने वाली लाइसेंसधारी फर्म को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोच को कोई नुकसान न हो। आवंटन के बाद लाइसेंसधारी एनएमआरसी से अनुमोदन के बाद कोच के लिए अपने हिसाब बैठने और डेकोरेशन कर सकता है।

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फूड कोर्ट, साउंड एंड लेजर शो भी होगा

एनएमआरसी इस जगह को भोजनालयों/फूड कोर्ट/इनोवेटिव लाइब्रेरी/साउंड और लेजर शो आदि के संचालन के लिए पट्टे पर देना चाह रही है। उन्होंने बताया कि कोच को लेने वाली फर्म की जिम्मेदारी कोच को अपने हिसाब से रखने की होगी। वहीं सुनिश्चित करना होगा कि कोच के अंदर या बाहर कोई ड्रिलिंग या काटना न हो। हालांकि, लाइसेंसधारी को कोच के चारों ओर एक ग्रीन एरिया (हरियाली) विकसित करने की अनुमति होगी, जिसमें बैठने की जगह भी होगी।

नौ साल के लिए मिलेगी अनुमति, आगे भी बढ़ेगी

उन्होंने कहा कि कोच में किसी भी प्रकार की निषिद्ध वस्तुओं से संबंधित गतिविधि की अनुमति नहीं होगी। उदाहरण के तौर पर पटाखों, औद्योगिक विस्फोटकों, रसायनों, तंबाकू उत्पादों, कोयला आधारित खाना पकाने आदि की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, रेस्टो-बार सेटअप में शराब परोसने की अनुमति सभी वैधानिक और कानूनी प्रक्रिया के बाद दी जा सकती है। जानकारी के मुताबिक लाइसेंस की अवधि नौ साल के लिए होगी। दोनों पक्षों की आपसी सहमति के बाद इसे आगे के लिए भी बढ़ाया जा सकता है। नोएडा सेक्टर-51 को ग्रेटर नोएडा में डिपो स्टेशन से जोड़ने वाली लाइन पर प्रतिदिन करीब 40,000 सवारिया आती और जाती है।

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Edited By

Naresh Chaudhary

First published on: Sep 01, 2022 08:37 PM

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