Mumbai-Ahmedabad Bullet Train: नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर में जरोली पर्वत सुरंग के काम का अपडेट दिया था। वलसाड जिले के अम्बरगांव तालुका के जरोली गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर बनी यह सुंरग का काम पूरा होने के बहुत करीब है। इसी के साथ अब प्रोजेक्ट के पैकेज C3 का अपडेट सामने आया है। इसमें तीन स्टेशन, ठाणे, विरार और बोईसर के काम की पूरी जानकारी दी गई है।
तीन स्टेशनों के काम का अपडेट
INI ने अपने एक्स पर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के पैकेज C3 का अपडेट दिया है। इसमें स्टेशन, ठाणे, विरार और बोईसर के काम के प्रोग्रेस के बारे में बताया गया है। सबसे पहला स्टेशन ठाणे आता है। इस स्टेशन का स्ट्रक्चर पूरी तरह से अलग है। यहां पहुंचना है, तो सबसे पास का रेलवे स्टेशन दातिवली मिलेगा, जो दिवा के बाद पनवेल लाइन पे आता है। हालांकि, इस स्टेशन के बनने के बाद लोगों को यहां पर कनेक्टिविटी दी जाएगी। यहां पर अभी प्लेटफॉर्म का काम किया जा रहा है, जिसमें लगातार प्रोग्रेस दिख रहा है।
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विरार और बोईसर स्टेशन
अगला स्टेशन विरार है, जो हर तरफ से पहाड़ों से घिरा है। यह तैयार होने के बाद एक हिल स्टेशन की तरह दिखेगा। यहां पर ठाणे के मुकाबले डबल से भी ज्यादा काम किया जा चुका है। यहां ट्रैक पर काम किया जा रहा है, जिसमें पहले स्लैब का काम पूरा किया जा चुका है। अभी इसके आसपास लूप लाइन का काम किया जाएगा। वहीं, बोईसर में भी ट्रैक तक काम पहुंच गया है। यहां पर भी पहले स्लैब की कास्टिंग पूरी हो चुकी है। आने वाले वक्त में इसमें ऐसे ही 9 स्लैब और बनाए जाने हैं। तीनों स्टेशनों के मुकाबले इसका काम सबसे ज्यादा हुआ है।
सुरंग का काम कहां तक पहुंचा?
गुजरात के वलसाड जिले में जरोली पर्वत सुरंग का निर्माण पूरा होने वाला है। सुरंग का काम अब अंतिम चरण में है, जिसमें बड़े हिस्से का काम पहले ही पूरा हो चुका है। उमरगांव तालुका के जरोली गांव से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर बनी है। यह सुरंग बुलेट ट्रेन रास्ते के गुजरात पैर का एक खास खंड है। हालांकि, इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में कई साल का समय लगेगा।
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