Maharashtra CM Eknath Sinde Speech Highlights (इंद्रजीत, मुंबई): आखिरकार महाराष्ट्र में पिछले 10 साल से चल रहा मराठा आरक्षण आंदोलन खत्म हो ही गया। लाखों मराठाओं ने जब सड़क पर उतरकर अपनी ताकत दिखाई तो महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार सरकार हिल गई।
आंदोलन खत्म करने की अपील करने पर जरांगे नहीं माने। बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी आंदोलन का समर्थन किया तो शिंदे सरकार को झुकना पड़ा। सरकार को मनोज जरांगे की सभी मांगें माननी पड़ीं। जूस पिलाकर जरांगे की भूख हड़ताल भी खत्म कराई। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिंदे ने जरांगे के आंदोलन को भी सराहा।
#WATCH | Maharashtra CM Eknath Shinde and Maratha quota activist Manoj Jarange Patil together garland the statue of Chhatrapati Shivaji Maharaj in Navi Mumbai
---विज्ञापन---Patil is ending his fast today after the state government accepted the demands. pic.twitter.com/CxI3FPez0Z
— ANI (@ANI) January 27, 2024
सुप्रीम कोर्ट के फैसले तक OBC जैसी सुविधाएं मिलेंगी
मराठाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह ऐतिहासिक पल हैं। हमारी सरकार लोगों की सरकार है। वोटों के लिए नहीं, जनता की भलाई के लिए फैसला लिया है।
शिंदे समिति का कार्यकाल बढ़ाता हूं। ऐलान करता हूं कि सुप्रीम कोर्ट से जब तक मराठा समाज को आरक्षण नहीं मिल जाता, तब तक मराठा समाज के लोगों को OBC समाज के जैसी सुविधाएं दी जाएंगी।
आरक्षण आंदोलन के दौरान मराठा समुदाय के लोगों पर जो FIR दर्ज की गई थी, उन्हें वापस लिया जाएगा। आरक्षण दोने का वादा किया था और अब वादा दिल से निभाऊंगा।
#WATCH | Navi Mumbai: Maratha reservation activists celebrate after Manoj Jarange Patil announces to end the protests today as the government has accepted their demands pic.twitter.com/V1KxosEHRm
— ANI (@ANI) January 27, 2024
एकनाथ शिंदे ने जरांगे से की नवी मुंबई में मुलाकात
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद अपने मंत्रियों के साथ मनोज जरांगे से मिलने नवी मुंबई आए। उन्होंने कहा कि मनोज जरांगे पाटिल मैं आपको बतौर मुख्यमंत्री बताना चाहता हूं कि सभी का ध्यान आपके आंदोलन पर ही था। आप लोगों ने अनुशासन का पालन करते हुए आंदोलन किया। किसी को भी तकलीफ नहीं होने दी। आपका आंदोलन यशस्वी रहा।
मैं भी किसान का बेटा हूं। मैंने भी सार्वजनिक तौर पर शपथ ली थी और आज उस शपथ का भरोसा हमने निभाया। आज मेरे गुरु आनंद दिघे की जयंती भी है। मैं यहां आए सभी लोगों का स्वागत और अभिनदंन करता हूं। अब तक मुख्यमंत्री कुनबी के रिकॉर्ड मराठवाड़ा में नहीं मिलते थे, लेकिन अब मिलने लगे हैं, क्योंकि हमारी सरकार की मानसिकता देने की है।
#WATCH | Navi Mumbai: Supporters of Maratha quota activist Manoj Jarange Patil celebrate, as he announces an end to the protests today after the government accepted their demands. He will break his fast today in the presence of Maharashtra CM Eknath Shinde. pic.twitter.com/w3e6ve8wLx
— ANI (@ANI) January 27, 2024
कुनबी प्रमाण पत्र जारी करने की थी प्रमुख मांग
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि आज का दिन उत्सव मनाने का है। मराठाओं की जीत हुई है। मराठवाड़ा में कुनबी पंजीकरण नहीं मिल रहा था। हमारी सरकार ने मराठवाड़ा में मराठाओं को कुनबी जाति का प्रमाण पत्र देने का काम किया है। मुझे गर्व महसूस हो रहा है कि महाराष्ट्र के इतने सारे लोगों ने एकजुटता दिखाई और संघर्ष किया। अब हमारी कोशिश रहेगी कि मराठाओं और OBC के बीच मतभेद न हों।
आंदोलन शांतिपूर्ण चला, इसके लिए बधाई देता हूं। किसान का बेटा हूं, समस्याएं, परेशानियां और कष्ट समझता हूं। बता दें कि कुनबी खेती किसानी करने वालों का समुदाय है, जो अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) कैटेगरी में आता है। जरांगे मराठा समुदाय के सभी लोगों को कुनबी प्रमाण पत्र जारी करने की मांग पर अड़े थे, जिसे एकनाथ शिंदे सरकार ने मान लिया।