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मुंबई

उत्तर भारतीय संघ ने मनाया महाराष्ट्र दिवस, BMC चुनाव से पहले भाजपा का मराठी-गैर मराठी मुद्दे पर बड़ा संदेश

मुंबई में महाराष्ट्र दिवस के मौके पर उत्तर भारतीय संघ ने एक खास कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें भाजपा ने मराठी और गैर-मराठी समाज के बीच एकता का संदेश दिया। इस आयोजन का उद्देश्य न सिर्फ सांस्कृतिक सौहार्द बढ़ाना था, बल्कि आगामी BMC चुनावों के लिए एक रणनीतिक कदम भी था।

Author Written By: Ankush jaiswal Author Edited By : Ashutosh Ojha Updated: May 1, 2025 19:01
BMC Elections 2025
BMC Elections 2025

इस साल मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव होने हैं, जिसे देश की सबसे अमीर नगर निकाय माना जाता है। BMC पर कब्जा पाने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर भारतीय समाज को जोड़ने के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। यह आयोजन उत्तर भारतीय संघ संस्था के जरिए महाराष्ट्र दिवस के मौके पर हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मराठी और गैर-मराठी लोगों के बीच एकता और सद्भाव बढ़ाना था। कार्यक्रम की शुरुआत मराठी भाषा में स्वागत भाषण से हुई, जिससे यह संदेश गया कि भाजपा महाराष्ट्र की संस्कृति का सम्मान करती है।

भाजपा नेता कृपाशंकर सिंह का बयान

भाजपा नेता कृपाशंकर सिंह ने कार्यक्रम में कहा, “हिंदी माझी आई, मराठी माझी मावशी” यानी हिंदी मेरी मां है और मराठी मेरी मौसी। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग चुनाव आते ही मराठी और गैर-मराठी के बीच दूरी बढ़ाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि जो नेता मराठी अस्मिता की बात करते हैं, उनके खुद के बच्चे अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ते हैं। कृपाशंकर सिंह ने उत्तर भारतीय समाज को महाराष्ट्र की तरक्की में बराबर का भागीदार बताया। उन्होंने कहा कि यह समाज केवल श्रमिक नहीं है, बल्कि राज्य निर्माण में समर्पित भूमिका निभा रहा है।

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महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की पहल

कार्यक्रम में महिलाओं को भी सम्मान मिला। जरूरतमंद और हुनरमंद महिलाओं को सिलाई मशीनें भेंट की गईं, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। यह पहल महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। इससे भाजपा को सीधे वोटरों से जुड़ने में मदद मिल सकती है। उत्तर भारतीय संघ के अध्यक्ष संतोष RN सिंह ने कहा कि हमारा मकसद केवल मदद देना नहीं, बल्कि आत्मसम्मान के साथ समाज को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि उत्तर भारतीय समाज महाराष्ट्र को सिर्फ रोजगार का स्थल नहीं, बल्कि अपनी कर्मभूमि मानता है।

राजनीतिक दृष्टि से आयोजन का महत्व

इस कार्यक्रम को राजनीतिक दृष्टि से भी काफी अहम माना जा रहा है। BMC चुनाव से पहले मराठी बनाम गैर-मराठी भाषा का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। ऐसे समय में भाजपा द्वारा दिया गया यह सौहार्द्र और एकता का संदेश यह दिखाता है कि पार्टी विविधता को स्वीकार कर सभी समुदायों को साथ लेकर चलना चाहती है। यह आयोजन ना केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम था, बल्कि एक रणनीतिक कदम भी था जो मुंबई के मतदाताओं को जोड़ने की दिशा में बढ़ाया गया एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

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First published on: May 01, 2025 07:01 PM

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