Beed Shiv Bhojan Yojana Kendra: महाराष्ट्र के बीड़ में शिवभोजन थाली के अनुदान का बड़ा घोटाला सामने आया है। एक शिवभोजन केंद्र पर एक ही थाली में बारी बारी दर्जनों लोगों को भोजन करवाने का फ़ोटो खींचा गया, किसी ने उस थाली पर बार-बार बदल रहे लोगों का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया, इसके बाद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं और दोषी पर शख्त कारवाई करने का निर्देश दिया है।
राज्य के गरीब और जरूरतमंद लोगों को कम पैसे में भोजन उपलब्ध कराने के लिए, राज्य की उद्धव ठाकरे की सरकार ने 26 जनवरी 2020 से शिव भोजन योजना शुरू की। 2020 में कोरोना के समय शहरी और ग्रामीण गरीब भूखा न रहे इसके लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिव भोज योजना के तहत पहले 5 रुपए में भरपेट भोजन की शुरुआत की जो अब 10 रुपए कर दिया गया है इसके तहत शिव भोजन थाली में 2 चपाती, 1 कटोरी पकी हुई सब्जी, 1 कटोरी दाल और 1 मुट्ठी चावल दिया जाता है।लेकिन बीड़ का वीडियो आने के बाद महायुति में जो भी दल है, उसके नेता आज कल एक ही थाली में बैठ रहे हैं और खा रहे हैं, ये उसी थाली में खाना खाते हैं उसी में छेद करते हैंबीड का वीडियो दुर्भाग्य पूर्ण है। शिव भोजन थाली को हमने 5 रुपए में शुरू किया था। बिना जाती धर्म पूछे लोगों को खाना देने का काम किया गया। लेकिन आज यही सरकार है जो सिर्फ फोटो शूट में बिजी है।
गरीबों की शिव भोजन योजना में बड़ा घोटाला, बीड़ के एक शिवभोजन केंद्र ने एक ही थाली में 5 मिनट में 50 लोगों को खाना खिलाया
देखें क्या बोले नेता pic.twitter.com/FWWvch0qdp
---विज्ञापन---— Pooja Mishra (@PoojaMishr73204) July 4, 2025
ऐसे वायरल हुई शिव भोजन योजना की सच्चाई
शिव भोजन योजना को लागू करने के लिए ‘शिव भोजन एप्लिकेशन’ विकसित किया गया है। इसका उपयोग करके ही शिवभोजन थाली वितरित की जाती है। शिव भोजन थाली वितरित करने से पहले लाभार्थी का नाम, फोटो लेना अनिवार्य है जबकि फोन नंबर वैकल्पिक है। इस ऐप पर शिव भोजन केंद्र मालिक दैनिक मेनू प्रकाशित कर सकते हैं। लेकिन बीड़ के एक शिवभोजन केंद्र में एक ही थाली पर टेबल के दूसरी तरफ बैठा शख्स बार बार फ़ोटो खींच रहा था। इसके बाद किसी ने उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इस पर एनसीपी शरद चंद्र पवार पार्टी के नेता रोहित पवार ने तंज कसा है और कहा है जब कोरोना के समय शिव भोजन थाली योजना को शुरू किया गया तब बहुत सारे लोगों को इसका फायदा हुआ था,लेकिन अब यह योजना धीरे धीरे भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ रही है,यह सिर्फ एक ही वीडियो नहीं है, ऐसे कई मामले हैं, इस तरह के वीडियो फोटो निकालकर भ्रष्टाचार किया गया।इसकी जांच कर असलियत सामने लाया जाना चाहिए।
“शिवभोजन” थाळीच्या नावाने सुरू असलेला “भ्रष्टाचार”…. सरकारी अनुदानासाठी शिवभोजन थाळी खाल्लेल्याचा फोटो आणि आधार कार्ड लागतं. इथे जेवण न देताच भोजनकर्ते दाखवण्यासाठी त्यांचे फोटो आणि आधार कार्ड नंबर घेतला जात.
माझे मित्र गणेश पोकळे बीड मध्ये असताना त्यांनी चित्रित केलेला… pic.twitter.com/fwMgym2KSx— Saurabh Koratkar (@saurabhkoratkar) July 4, 2025
कांग्रेस नेता विजय vadettiwar ने कहा है कि शिवभोजन थाली योजना को बंद नहीं करना चाहिए। यह गरीबों के शुरू किया गया था। इस योजना का जो भी गलत फायदा उठा रहा है, उसपर कार्रवाई होनी चाहिए। यह गरीब की थाली है, इसे बंद नहीं किया जाना चाहिए।
राज्य में 1904 शिव भोजन केंद्र
शिव भोजन योजना का लक्ष्य पहले प्रतिदिन 2 लाख थाली वितरित करना था। इसके लिए राज्य में 1904 शिव भोजन केंद्र कार्यरत हैं। शिव भोजन केंद्रों पर गलत न हो गरीबों को खाना मिले इसके लिए सीसीटीवी भी लगाए गए हैं और 100 मीटर के दायरे में जियो-फेंसिंग सुविधा शुरू की गई है। इसलिए, शिव भोजन केंद्र के मालिक शिव भोजन केंद्र के 100 मीटर के दायरे में ही शिव भोजन लेनदेन कर सकते हैं।इसके बावजूद भ्रष्टाचार करने वालों ने नया रास्ता ढूंढ लिया, इस पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री छगन भुजबल ने जांच के आदेश दिए हैं।
क्या है थाली की कीमत?
शिवभोजन थाली की कीमत शहरी क्षेत्रों में 50 रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों में 35 रुपये है। गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए, थाली की कीमत 10 रुपये है, और शेष राशि सरकार देती है। चालू वित्त वर्ष में 2024-25 में सरकार ने योजना के लिए 267.48 करोड़ रुपये का बजट में प्रावधान किया था। वायरल वीडियो किस दिन का है अभी तक पता नहीं लग सका है, लेकिन गरीबों की थाली के नाम पर लूट की घटना ने लोगों को झकझोर दिया है।