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MP News: जान जोखिम में डालकर नदी पार करके स्कूल जाने को मजबूर छात्र, प्रशासन बेखबर

अनूपपुर: देश भर में एकतरफ जहां सरकार बच्चों को अच्छी शिक्षा और सड़कें भी प्रदान करने का वादा करती है वहीं दूसरी तरफ हर रोज़ कई ऐसी खबरें सामने आती है जो इस पर सवालिया निशान खड़ी कर देती है। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के अनूपपुर से सामने आया है जहां पर 5 से […]

Author Edited By : Siddharth Sharma Updated: Aug 31, 2022 13:22
स्कूल के छात्र
स्कूल के छात्र

अनूपपुर: देश भर में एकतरफ जहां सरकार बच्चों को अच्छी शिक्षा और सड़कें भी प्रदान करने का वादा करती है वहीं दूसरी तरफ हर रोज़ कई ऐसी खबरें सामने आती है जो इस पर सवालिया निशान खड़ी कर देती है। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के अनूपपुर से सामने आया है जहां पर 5 से 10 गांव के बच्चे स्कूल जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर नांव के सहारे नदी पार करते हैं। इन बच्चों को नांव से ले जाने वाला नाविक भी नाबालिग है और इसे नांव चलाने का कोई अनुभव नहीं है।

शिक्षा ग्रहण करने के लिए जान जोखिम में डाल रहे बच्चे

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दरअसल ये घटना अनूपपुर जिला मुख्यालय से महज कुछ ही दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत केलहौरि की है जहां पर शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए बकेली , पोड़ी, कोदयली, खाडा,मानपुर सहित अन्य गांव के बच्चे अपना जान जोखिम में डालकर रोजाना 20 रुपए किराया देकर शिक्षा ग्रहण करने सोन नदी नाव से पार कर चचाई आते हैं।

दुःखद बात यह भी है कि जिस नाव में बच्चे बैठकर पढ़ाई के लिए नदी पार करते हैं, उस नाव की नैय्या नौ सिखिया नाबालिग बच्चे पार लगाते है। इस दौरान हर पल बच्चों को इस बात का डर बना रहता है कि कहीं नाव पलट न जाए, जिससे उनके जान को खतरा हो। इस जोखिम भरे सफर के बावजूद बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते है और कई बार उन्हें गेट के बाहर ही खड़ा रहना पड़ता है।

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एसडीएम ने कहा- तुरंत करेंगे कार्रवाई

वहीं इस मामले पर एसडीएम कमलेश पूरी ने कहा कि ये मामला बेहद गंभीर है और वे तुरंत मौके पर जाकर मुआयना करेंगे और ये सुनिश्चित करेंगे की बच्चें सुरक्षित तरीके से शिक्षा ग्रहण कर पाएं

First published on: Aug 31, 2022 01:22 PM

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