Rain In Guna MP: उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है। एक तरफ जहां मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड के साथ बारिश ने दस्तक दी है तो वहीं पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हो रही है। एमपी के गुना जिले में शुक्रवार-शनिवार की रात को मौसम ने अचानक करवट लिया। गरज, चमक और तेज हवाओं के साथ शहर में 20.4 मिमी मावठा दर्ज हुआ। इस बारिश ने जहां किसानों के लिए राहत और उम्मीद की नई किरण जगाई।
वहीं, शहरवासियों के लिए कुछ समस्याएं भी लेकर आई, जैसे भारी बिजली कटौती और जलभराव की समस्याएं देखने को मिली। शुक्रवार रात करीब 10 बजे शुरू हुई, लेकिन रुक-रुक कर रात भर जारी रही। तेज हवाओं और गरज के साथ पानी बरसने से कई इलाकों में जलभराव हो गया। वहीं, बिजली आपूर्ति भी बाधित रही, जिससे आधा शहर अंधेरे में डूबा रहा।
लोगों को सर्द रात में बिना बिजली के असुविधा का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 30.4°C और न्यूनतम 16.6°C दर्ज किया गया। बारिश के दौरान रात का तापमान 17°C तक रहा। हालांकि, बारिश के बाद 98% तक पहुंची नमी ने ठंड के बढ़ने के संकेत दिए हैं, जैसे ही आसमान साफ होगा, सर्दी और कोहरे का असर तेजी से बढ़ने की संभावना है। गुना जिले के किसानों के लिए मावठा किसी वरदान से कम नहीं रहा है। इस समय गेहूं, चना, सरसों और मसूर जैसी रबी की फसलें खेतों में लहलहा रही हैं।
किसानों को हो रहा लाभ
फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार होगा। सिंचाई की जरूरत कम होगी। इसके अलावा उत्पादन लागत में कमी आएगी। कृषि विशेषज्ञों ने इसे रबी फसलों के लिए लाभकारी बताया है। गुना जिले के लोग नए साल की कड़ाके की ठंड का इंतजार कर रहे हैं।
ठंड से फसलें लाभान्वित होंगी, लेकिन लोगों को इसके अलावा सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। इस प्रकार, बारिश ने न केवल किसानों के लिए खुशी का संदेश दिया, बल्कि आने वाले दिनों में बेहतर फसल उत्पादन की संभावनाओं को भी उजागर किया।
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