MP Politics: विपिन श्रीवास्तव। मध्य प्रदेश में चुनाव पास में है तो पूरी कांग्रेस भगवा ध्वज और जय श्रीराम के नारे बजरंगबली की गदा के सहारे चुनावी रण में उतरने के लिए बेताब है। इसी बीच दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट ने सियासी विवाद खड़ा कर दिया है। ट्वीट में उन्होंने सनातन धर्म पर प्रवचन करने वाले फ्रॉड बाबाओं पर सवाल उठाए तो बीजेपी सरकार ने कांग्रेस के हिंदुत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिससे चुनावी साल में एमपी की सियासत फिर से गर्मा गई है।
ट्वीट से गर्मा गई सियासत
करोड़ों भक्तों को शिव महात्म्य कथाओं के जरिए शिवभक्त बनाने वाले प्रख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने सनातन धर्म पर विचार सब रखें जब राजधानी भोपाल में 5 दिनों तक शिवराज सरकार के मंत्री विश्वास सारंग द्वारा कराई गई शिव महापुराण कथा खत्म हुई। कथा निर्विघ्न संपन्न हुई लेकिन दिग्विजय पुराण शुरू हो गया। क्योंकि आज दिग्विजय सिंह ने एक बाद एक कई ट्वीट किए। जिसमें उन्होंने फ्राड साधु संतों पर निशाना साधा। वहीं दिग्विजड सिंह ने अपने एक ट्वीट में जिहाद पर भी बात की है।
जिहाद का मतलब समझाया
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘हर हिंदू धर्म के आयोजनों में क्या नारा लगता है, धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो प्राणियों में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो। इतने व्यापक सोच के हिंदू सनातन धर्म को कुछ लोग कितना संकुचित कर रहे हैं हमें दुख है। हे प्रभु इन अज्ञानियों को सद्बुद्धि दें। यहीं नहीं फ्रॉड बाबाओं से आगे बढ़ते हुए दिग्विजय सिंह ने जिहाद का मतलब भी अपने ही अंदाज में ट्वीट के जरिए समझाया।उन्होंने लिखा कि ‘जिहाद एक अरबी शब्द है। जिसका अर्थ है प्रयत्न करना नैतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए की जाने वाली ज़द्दोज़हद या संघर्ष, किसी जायज़ माँग के लिए भरपूर कोशिश करना या आंदोलन और जिसका मतलब मेहनत और मशक़्क़त करना भी है।’
बीजेपी का पलटवार
दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी ने भी लगे हाथ पलटवार किया। क्योंकि बीजेपी दिग्विजय सिंह के बयानों को हिंदुत्व विरोधी बताते आई है चाहे बाटला हाउस एनकाउंटर पर दिए गए उनके बयान की बात हो जाकिर नायक पर या फिर आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को जी कहने पर। ऐसे में दिग्विजय सिंह के इस बयान को भाजपा सरकार ने हाथों-हाथ लिया और नरोत्तम मिश्रा से लेकर विश्वास सारंग ने उन पर निशाना साधा।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ‘दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं को सनातन धर्म और संतों का अपमान करने की आदत हो चुकी है. कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा लव जिहाद को लेकर बेटियों को दिए गए संस्कार की बात तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले कांग्रेस के नेताओं को अखर गई।’ वहीं विश्वास सारंग ने कहा कि ‘पूरी दुनिया में आतंक का जो मूल है वो जिहाद से शुरू होता है और दिग्विजय सिंह जी उसको संरक्षण देने का काम कर रहे हैं। क्योंकि दिग्विजय सिंह हर समय हिंदू विरोधी रहे हैं।’
बेकफुट पर कांग्रेस
ऐसा पहली बार नहीं है जब दिग्विजय सिंह के बयान के चलते कांग्रेस को बैकफुट पर आना पड़ा हो यही वजह है कोई भी नेता बयान देने से बचते नजर आ रहा है लेकिन माना जा रहा है। चुनावी मौके पर दिग्विजय सिंह का ये बयान बैकफायर करते नजर आ रहा है।
दरअसल चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस खुलकर बीजेपी की हिंदुत्व वाली पिच पर खेल रही है। चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए प्रियंका गांधी का नर्मदा पूजन हो कमलनाथ का तमाम कथावाचक के दरबार में हाजिरी भरना या फिर प्रदेश की तमाम 230 विधानसभाओं में हनुमान चालीसा भगवत गीता का पाठ करा सॉफ्ट हिंदुत्व से हार्ड हिंदुत्व की ओर टर्न लेना हो कांग्रेस 2023 के चुनाव में हिंदुत्व की गदा के सहारे ही उतरना चाह रही है। तो वहीं पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा कराने वाले सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने दिग्विजय को सलाह दी कि वो अपना नाम औरंगजेब रख लें।