Madhya Pradesh Sanju Malviya Success Story: मध्य प्रदेश में भाजपा की मोहन यादव की सरकार पीएम मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए महिला सशक्तीकरण को काफी बढ़ावा दे रही है। हाल ही में पीएम मोदी ने कहा था कि जब समाज में महिलाएं आर्थिक और सामाजिक रूप से समृद्ध होंगी, तभी देश भी समृद्ध और मजबूत होगा। मध्य प्रदेश में राज्य सरकार की मदद से कई महिलाओं ने खुद को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया है। आज हम आपको राज्य की ऐसी एक सशक्त महिला के बारे में बताने वाले हैं, जो बैंक सखी के तौर पर काम करके लखपति बन गई हैं। हम बात कर रहे हैं शाजापुर जिले की संजू मालवीय के बारे में।
स्वसहायता समूह से जुड़कर ग्राम पंचायत गोविन्दा की निवासी श्रीमती संजू मालवीय के जीवन में आर्थिक और सामाजिक बदलाव आया है। वह समूह से जुड़कर आज अच्छी आय अर्जित कर रही है और अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई है।
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— PRO JS Shajapur (@PROJSShajapur) February 3, 2024
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कक्षा 9वीं के बाद हो गई थी शादी
शाजापुर जिले की ग्राम पंचायत गोविंदा की रहने वाली संजू मालवीय ने बताया कि वह पढ़-लिखकर नौकरी से करना चाहती थीं, लेकिन पारिवारिक आर्थिक स्थिति के कारण कुछ समय तक स्कूल जाने में रुकावट आई। वहीं कक्षा 9वीं के बाद उनकी शादी कर दी गई। ससुराल में उन्होंने अपने पति से पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। पति की प्रेरणा से संजू ने पहले अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद B.A में ग्रेजुएशन की। ग्रेजुएशन के बाद संजू को स्व-सहायता समूह के बारे में पता चला। स्व-सहायता समूह से जुड़ने के बाद संजू को आजीविका मिशन के तहत बैंक सखी के लिए चुना गया।
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इस तरह बैंक सखी बनी संजू
बैंक सखी बनने के बाद संजू लोगों से जुड़ने लगी और उसका आत्मविश्वास बढ़ने लगा। इसके बाद संजू ने आजीविका एक्सप्रेस के जरिए से एक गाड़ी खरीदी और अपने पति को दे दी। गाड़ी से संजू के पति का काम बढ़ गया और उनकी कमाई बढ़ गई। इसके अलावा आजीविका एक्सप्रेस से संजू के पति को हर महीने 7 हजार रुपये मिलने लगे। इससे संजू और उसके पति की सालाना आय एक लाख से अधिक हो गई है। बता दें कि आजीविका मिशन से देशभर की 10 करोड़ से अधिक महिलाएं जुड़ चुकी हैं।