Roadmap For Industrial Development: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य के आर्थिक विकास के लिए लगातार काम में जुटी है। इसी के तहत राज्य सरकार की तरफ से जबलपुर में ‘रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया गया। इसी बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव इंदौर और भोपाल जैसे शहरों से बाहर निकलकर मोहन सरकार अब जबलपुर और उज्जैन जैसे क्षेत्रों को भी इंडस्ट्री हब बनाने दिशा में काम कर रही है। सरकार के इसी प्रयास के चलते शनिवार को जबलपुर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में महाकोशल के औद्योगिक विकास का रोडमैप तैयार किया गया है। इसमें 17 हजार करोड़ का निवेश आने की संभावना है।
मुख्यमंत्री का निवेशकों से वन-टू-वन
कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने निवेशकों से वन -टू-वन चर्चा कर मध्य प्रदेश की भौगोलिक स्थित और यहां निवेश के माहौल व सरकार की योजनाओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जबलपुर में वस्त्र निर्माण और टेक्सटाइल क्षेत्र में शीघ्र ही आधुनिक स्किल डेवलपमेंट सेंटर प्रारंभ होगा। इस सेंटर का लाभ विशेष रूप से बहनों को रोजगार के क्षेत्र में प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देवास, कटनी, पिपरिया और छिंदवाड़ा सहित 67 औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। विभिन्न 10 स्थान से जन-प्रतिनिधि लोकार्पण और भूमि पूजन कार्यक्रम से जुड़े। इन नई औद्योगिक इकाइयों से 12 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इकाइयों को आशय-पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा में 15 यूनिट का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण और शिलान्यास करते हुए कहा कि छिंदवाड़ा के औद्योगिक विकास में कोई कमी नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रक्षा संस्थान के लिए अब तक तोप निर्माण का काम होता रहा है। अब यहां सेना के लिए टैंक भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि रक्षा उपकरण निर्माण (Defense Equipment Manufacturing) क्षेत्र में 600 करोड़ रुपये का निवेश आएगा। अशोक लीलैंड और आर्मड ह्वीकल के बीच करारनामा (एमओयू) हुआ।
सेंटर में बनेंगे आइटी पार्क
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में हीरे मिलते हैं, उन्हें प्रदेश में ही तराशने का काम भी शुरू होगा। रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का आयोजन जबलपुर के ‘नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक एवं सूचना केंद्र’ में आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक एवं सूचना केंद्र का उद्घाटन भी किया। इस सेंटर में ही आइटी पार्क बनाया जाएगा।
265 औद्योगिक इकाइयों के लिए आशय पत्र
कॉन्क्लेव में 265 औद्योगिक इकाइयों को 340 एकड़ भूमि आवंटन के लिए आशय पत्र जारी किए गए। इसमें 1,800 करोड़ के निवेश से 12,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना के तहत मध्य प्रदेश को तीन करोड़ की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई, जिसमें से 12 स्टार्टअप को 71 लाख से अधिक की सहायता दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मध्य प्रदेश में अनेक क्षेत्रों में उद्योग स्थापना का कार्य प्राथमिकता से किया जाएगा। मध्य प्रदेश में टेक्सटाइल, रक्षा संस्थान के लिए एक टैंक निर्माण, फार्मा क्षेत्र और पर्यटन के क्षेत्र में नए-नए उद्योग प्रारंभ किए जाएंगे। कॉन्क्लेव में आईटी, आईटीईएस एवं ईएसडीएम पॉलिसी 2023 का विमोचन भी किया गया।
भारत ने नई पहचान बनाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में दुनिया में अलग पहचान बनाई है। काल के प्रवाह में अनेक बाधाएं भी देश ने देखीं लेकिन बीते 75 वर्ष में भारत ने पराक्रम, परिश्रम और आत्मविश्वास से आगे बढ़ कर दिखा दिया है कि हमारी प्रगति को कोई रोक नहीं सकता। मुख्यमंत्री ने वोल्वो आयशर के एमडी से आग्रह किया कि वे मध्य प्रदेश में रिसर्च सेंटर भी प्रारंभ करें। कान्क्लेव में सभी निवेशकों को आगामी वर्ष 2025 में 7-8 फरवरी को भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में सहभागिता के लिए आमंत्रित किया। निवेशकों ने कहा मध्यप्रदेश में लीडरशिप पर भरोसा है, मध्य प्रदेश सरताज बनेगा।
इन चीजों पर एक नजर
- चार हजार से अधिक प्रतिभागियों ने भागीदारी की।
- 700 से अधिक बायर-सेलर मीट की गई।
- छह देश ताईवान, मलेशिया, यूके, फिजी, कोस्टारीका, इंडोनेशिया से प्रतिनिधि मंडल शामिल हुए।
- 30 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों एवं उद्योग संगठनों के साथ वन टू वन बैठक की गई।
- 15 से अधिक राज्यों से निवेशकों ने सहभागिता की।
- डिफेंस, खनन एवं खनिज, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण एवं डेयरी, वस्त्र एवं परिधान, पर्यटन के पांच सेक्टोरल सत्र आयोजित किए गए।
- रक्षा क्षेत्र, वस्त्र एवं परिधान, स्टार्टअप्स क्षेत्र पर राउंड टेबल सत्र में निवेश के अनेक अवसर पर चर्चा हुई।
- प्रदेश में वृहद इकाई के लिए 17,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।
- एमएसएमई इकाई 15,00 निवेशकों द्वारा 5000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त।
- 1530 करोड़ रुपये की 67 इकाईयों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन किए गए, इनसे 4,560 लोगों को रोजगार मिलेगा।
निवेशकों ने की ये घोषणाएं
- हीडलबर्ग सीमेंट के सीईओ जयदीप मुखर्जी ने 1500 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिए। मप्र में सीएसआर गतिविधियों को बढ़ाने की योजना।
- वीईसीवी के एमडी विनोद अग्रवाल ने कहा अनुसंधान आधारित पहलुओं के लिए इंदौर में रिसर्च सेंटर विकसित करेंगे।
- एसआरएफ फिल्म्स के सीएमडी आशीष भारतराम ने इंदौर में 2,500 करोड़ के फार्मा सेक्टर में निवेश का प्रस्ताव दिया।