Madhya Pradesh 7 MW Solar Energy Plant: मध्य प्रदेश में भाजपा की मोहन यादव सरकार प्रदेश के कोने-कोने तक विकास को पहुंचाने के लिए बिना रुके लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में राज्य के हर एक क्षेत्र और गांव में बिजली पहुंचाने का काम किया जा रहा है। इसी काम के तहत शनिवार को प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मंदसौर जिले के रातागुराडिया में मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा लगाए 7 मेगावाट सोलर एनर्जी प्लांट का लोकार्पण किया। मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने इस प्लांट का लोकार्पण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। 42 करोड़ रुपये की लागत से बने इस सोलर प्लांट से हर साल सवा करोड़ यूनिट विद्युत उत्पादन होने का अनुमान है।
रतागुराडिया जिला मंदसौर में मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के पहले भूमि आधारित 7 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का आज वर्चुअली लोकार्पण किया।
---विज्ञापन---परियोजना की विस्तृत जानकारी-
गरोठ सूक्ष्म सिंचाई परियोजना, शामगढ़ जिला मंदसौर,(अनुमानित लागत रूपये 418.22 करोड़) के अंतर्गत स्थापित… pic.twitter.com/yEPkRJesVC
---विज्ञापन---— Pradhuman Singh Tomar (मोदी का परिवार) (@PradhumanGwl) March 9, 2024
ऊर्जा मंत्री का संबोधन
एनर्जी प्लांट का लोकार्पण करते हुए ऊर्जा मंत्री तोमर ने क्षेत्र के लोगों को इसके लिए बधाई दी। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि एमपी पावर जनरेटिंग कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी के सेक्टर में शानदार तरीके से काम कर रही है और बिजली का उत्पादन बढ़ा रही है। मंत्री यह भी बताया कि रातागुराडिया सोलर एनर्जी प्लांट मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा लगाया गया पहला सोलर प्लांट है। इससे पहले यह कंपनी सिर्फ कोयले और पानी आधारित विद्युत गृहों से बिजली का उत्पादन कर रही थी। अब कंपनी आज के जमाने की जरूरत को देखते हुए सोलर एनर्जी प्लांट के सेक्टर में भी बेहतर काम कर रही है।
यह भी पढ़े: इंदौर में उद्यमी और स्टार्टउप कॉनक्लेव, MSME मंत्री हुए शामिल, बोले- उद्यमियों को करेंगे हरसंभव सहयोग
ऐसे हुआ सोलर एनर्जी प्लांट का लोकार्पण
रातागुराडिया सोलर एनर्जी प्लांट के वर्चुअली लोकार्पण में ऊर्जा मंत्री तोमर के अलावा अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव, मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर मनजीत सिंह, मध्य प्रदेश पावर ट्रान्समिशन कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील तिवारी और जल संसाधन विभाग एवं मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अभियंता शामिल हुए।