Madhya Pradesh Crime News, ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सोमवार को एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक गांव का सरंपच बताया जा रहा है। वाकया उस वक्त का है, जब अपने चचेरे भाई की हत्या के मामले में मुख्य गवाह की भूमिका में यह शख्स वकील से मिलने पहुंचा था। कार से उतरते ही अज्ञात ने गोलियों की बौछार कर दी, जिससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। उधर, इस घटना के बारे में घर वालों को पता चला तो उन्होंने हमले के आरोपियों के घर को आग लगा दी। फिर दोनों तरफ से फायरिंग की नौबत आ गई। हालांकि इस संबंध में सूचना पाकर स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बड़ी मुश्किल से हालात पर काबू पाया। बहरहाल, वारदात की जांच का क्रम जारी है।
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ग्वालियर जिला मुख्यालय स्थित गायत्री नगर में सोमवार सुबह दिया गया कत्ल की वारदात को अंजाम, भीड़ बढ़ते देख बाइक पर सवार होकर भागे हमलावर
मामला ग्वालियर जिला मुख्यालय स्थित गायत्री नगर का है। मिली जानकारी के अनुसार कांति नगर में रहता पास के गांव बनहेरी का सरपंच विक्रम रावत सुबह करीब 9 बजे यहां (गायत्री नगर में) अपने वकील से मिलने पहुंचा था और एक बाइक पर सवार कुछ लोग उसका पीछा कर रहे थे। जैसे ही विक्रम रावत ने कार से नीचे कदम रखा, बाइक सवार बदमाशों ने गोलियों बरसानी शुरू कर दी। अचानक गोलियों की दनदनाहट सुनकर इलाके के लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए, जिसके बाद भीड़ बढ़ती देख हमले के आरोपी मौके से फरार हो गए। उधर, तीन गोलियां लगने से विक्रम रावत की मौके पर ही मौत हो गई।
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बाद में जैसे ही पविक्रम रावत के घर वालों को इस हत्याकांड का पता चला, उन्होंने हमले के आरोपियों के घर में आग लगा दी। इसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग की नौबत आ गई। आनन-फानन में सूचना पाकर पड़ाव थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने बड़ी मुश्किल से हालात पर काबू पाया। विक्रम रावत को अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बरहाल, लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाने के साथ ही पुलिस फरार हत्याराेपियों की तलाश में जुटी हुई।
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दो साल पहले की गई थी सरपंच के चचेरे भाई की हत्या
उधर, इस हत्या की वजह के बारे में पता चला है कि गांव बनहेरी में 2021 में दो पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था, जिस दौरान विरोधी पक्ष की गोली लगने से रामनिवास नामक एक शख्स की मौत हो गई थी। वह शख्स आज मार दिए गए सरपंच विक्रम रावत का चचेरा भाई बताया जा रहा है और उसी हत्या के मामले में विक्रम मुख्य गवाह था।
मंगलवार, 10 अक्टूबर को उसकी कोर्ट में गवाही होनी थी और इससे पहले सोमवार को वह वकील से मिलने के लिए गया हुआ तो वहां उसे भी विरोधियों ने मौत के घाट उतार दिया।एक प्रत्यक्षदर्शी ने इस बारे में बताया कि बाइक पर सवार होकर आए चार-पांच युवकों ने अंधाधुंध फायरिंग की। इसी के साथ पुलिस अब घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देख रही है, ताकि जांच में मदद मिल सके।