Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बीते दिन गुजरात के सूरत में आयोजित ‘जल संचय- जन भागीदारी- जन आंदोलन’ कार्यक्रम में शामिल हुए। ये कार्यक्रम राष्ट्रीय जल मिशन के तहत चल रहे ‘कैच द रेन’ अभियान के अंतर्गत किया गया है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि मध्य प्रदेश देश की प्रमुख नदियों का मायका है। इसके अलावा मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां दो नदी जोड़ो परियोजनाओं क्रियान्वित हो रहा है।
मध्यप्रदेश ‘नदियों का मायका’ है।
---विज्ञापन---यह हम सभी का सौभाग्य है…#जल_संचय_जन_भागीदारी pic.twitter.com/ZH9wWiMWbs
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 13, 2024
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‘नदियों का मायका है मध्य प्रदेश’
सीएम मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश की नर्मदा और ताप्ती नदी अपने मायके यानी मध्य प्रदेश को तो प्रफुल्लित करती ही है, साथ ही वह गुजरात को भी धन-धान्य से परिपूर्ण कर रही है। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बना है, जहां नदी जोड़ो अभियान के अंतर्गत दो प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है। इसके अलावा राजस्थान के मध्य प्रदेश चंबल- पार्वती- काली सिंध लिंक और मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच केन-बेतवा नदी जोड़ो अभियान के तहत दो प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है। मध्य प्रदेश में करीब 3500 गांव के 13 हजार से अधिक लोगों ने संकल्प लेकर जल गंगा अभियान के तहत जल भंडारण क्षमता में वृद्धि के लिए 10 हजार से अधिक पोखर, तालाब, कुएं और बावड़ी का रेस्ट्रोरेशन किया गया।
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केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने की तारीफ
जल संरक्षण और जल संग्रहण को बढ़ावा देने के लिए सूरत में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी शामिल थे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने नदी जोड़ो अभियान में मध्य प्रदेश की तरफ से किए जा रहे सहयोग की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भू-जल संचयन के लिए मध्य प्रदेश के 3500 गांवों में 14 हजार बोर कराने का संकल्प लिया गया है जो अभिनन्दनीय है।