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‘आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल की स्थापना से होगा स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार’, बोले MP शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार

Education Minister Inder Singh Parmar News: राष्ट्रीय आयुष मिशन अंतर्गत प्रदेश में 5 नए गवर्नमेंट आयुर्वेदिक कॉलेज और आयुष हॉस्पिटल्स की स्थापना के लिए मंजूरी मिली है।

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Sep 20, 2024 16:24
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education minister Inder Singh Parmar
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Education Minister Inder Singh Parmar News: मध्य प्रदेश की मोहन सरकार लगातार विकास कार्यों को करने में जुटी हुई है। इसी के तहत राष्ट्रीय आयुष मिशन अंतर्गत प्रदेश में 5 नए गवर्नमेंट आयुर्वेदिक कॉलेज और 2 नवीन 50 बिस्तरीय आयुष हॉस्पिटलों की स्थापना मंजूरी मिली है। उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार ने इसके लिए भारत सरकार को धन्यवाद किया है। मंत्री परमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार, नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में स्वस्थ, समृद्ध और विकसित मध्यप्रदेश आकार ले रहा है। हमारा लक्ष्य जनाकांक्षाओं की पूर्ति और प्रदेश की सर्वांगीण प्रगति है। मंत्री परमार ने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में नवीन शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय और आयुष चिकित्सालय बनने से आयुष चिकित्सा अध्ययन और आयुष स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा। आयुर्वेद मेडिकल सिस्टम की स्टडी के लिए विद्यार्थियों को सुलभता होगी और नागरिकों को भी गुणवत्तापूर्ण आयुष चिकित्सा आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।

आयुर्वेद महाविद्यालयों की स्थापना

आयुष मंत्री परमार ने बताया कि राष्ट्रीय आयुष मिशन योजना अंतर्गत हर एक महाविद्यालय की स्थापना के लिए लगभग 70 करोड़ रुपए राशि की मंजूरी प्रदान की गई है। इस तरह प्रदेश को कुल 350 करोड़ रुपए की राशि नवीन शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालयों की स्थापना के लिए मंजूरी की गई है। इसके अंतर्गत प्रदेश के सागर, शहडोल, बालाघाट, नर्मदापुरम और मुरैना जिले में शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय की स्थापना होगी, इससे प्रदेश के पूरे डिवीजन में अब शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय स्थापित हो जाएंगे।

मंत्री परमार ने बताया कि औषधीय वनस्पतियों से भरपूर जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र बालाघाट में शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय की स्थापना होने से छात्र-छात्राओं को सुगम रूप से अध्ययन, शोध और गुणवत्तापूर्ण आयुर्वेद चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी। जनजातीय क्षेत्र में प्राप्त होने वाली औषधीय वनस्पतियों के शोध और क्षेत्र में प्रचलित प्राचीन आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में भी शोध और अनुसंधान के अधिकाधिक अवसर उपलब्ध होंगे। परमार ने बताया कि प्रथम चरण में इन जिलों के आयुष चिकित्सालयों के उन्नयन के लिए चिकित्सालय भवन का निर्माण किया जाएगा।

आयुष मंत्री परमार ने बताया कि आयुष चिकित्सा सुविधा जन-जन तक पहुंचाने एवं औषधीय वनस्पति की खेती को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से कृषकों एवं मण्डी के लिए प्रसिद्ध शुजालपुर एवं PVTG (Special Backward Tribe Group) जनजातीय क्षेत्र श्योपुर में 50 बिस्तरीय आयुष हॉस्पिटलों की स्थापना के लिए राशि मंजूरी की गई है। इसमें प्रत्येक आयुष चिकित्सालय की स्थापना के लिए लगभग 15 करोड़ रुपए की राशि की मंजूरी मिली है।

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Written By

Deepti Sharma

First published on: Sep 20, 2024 04:19 PM

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