Kuno Cheetah Project: कूनो नेशनल पार्क में अब तक तीन शावकों सहित पांच चीतों की मौत हो चुकी है। लगातार होती चीतों की मौत पर अब सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि अब तक दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से जितने चीते लाए गए थे। उनमें से 40 फीसदी की मौत हो चुकी है, ऐसे में मौत का यह आंकड़ा अच्छा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने एक सुझाव भी दिया है।
कुछ चीतों को राजस्थान शिफ्ट करने का सुझाव
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को एक सुझाव भी दिया है। जिसमें मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क के चीतो को राजस्थान शिफ्ट करने की सलाह भी दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार को राजनीति से ऊपर उठकर कूनो से कुछ चीतों को राजस्थान शिफ्ट कर देना चाहिए। यह काम केवल इसलिए न किया जाए कि वह विपक्षी पार्टी की सरकार हैं तो इस पर विचार करना चाहिए।’
सकारात्मक कदम भी उठाने होंगे
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ‘अब तक कूनो में आठ चीतों की मौत हो चुकी है। जिनमें दो चीतों की मौत तो पिछले ही सप्ताह हुई थी। ऐसे में इन चीतों को अलग-अलग क्यों नहीं रखा गया है। इसलिए अब इस प्रोजेक्ट में कुछ सकारत्मक कदम भी हमें उठाने होंगे। तभी इसमें सुधार आएगा।’
केंद्र सरकार ने भी रखा अपना पक्ष
वहीं सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने भी पक्ष रखा। जिसमें उन्होंने कहा कि ‘यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है। जिसमें सरकार अपना पूरा प्रयास कर रही है। जल्द ही इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट दाखिल की जाएगी। उन्होंने कहा कि नई जगह पर चीतों को बसाने के दौरान 50 प्रतिशत तक मौत को सामान्य माना जाता है।’
बता दें कि इस मामले में पीएम मोदी ने भी दो दिन पहले समीक्षा बैठक की थी। जिसमें उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पूरे मामले में समीक्षा की बात कही है। वहीं सीएम शिवराज ने भी समीक्षा बैठक करके कूनो नेशनल पार्क में समीक्षा के निर्देश दिए हैं।