मध्य प्रदेश के इंदौर में बाल संप्रेषण गृह से तीन नाबालिग फरार हो गए हैं। बताया जा रहा है कि तीनों ने दीवार में लगे रोशनदान को तोड़ दिया और फिर वहीं से भाग निकले। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अब उनकी तलाश में जुट गई है। तीनों नाबालिग पहले ही गंभीर आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुके थे, जिसके चलते उन्हें बाल संप्रेषण गृह में रखा गया था।
बताया गया कि कम उम्र में ही इन तीनों ने अपराध किए थे, जिसके बाद उन्हें सुधार के लिए बाल संप्रेषण गृह में भेजा गया था। लेकिन उन्होंने साजिश के तहत दीवार का रोशनदान तोड़कर वहां से भागने की योजना बनाई और उसे सफलतापूर्वक अंजाम दे दिया। घटना की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया और अब पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
कहां के रहने वाले थे तीनों?
जानकारी के अनुसार, तीनों अपराधी शाजापुर और मुरैना के रहने वाले थे और गंभीर मामलों में दोषी पाए जाने के कारण बाल संप्रेषण गृह में रखे गए थे। सजा पूरी होने से पहले ही वे फरार हो गए, जिसके बाद हीरानगर पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है। इन पर हत्या, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मामले दर्ज थे, जिसके चलते उन्हें बाल संप्रेषण गृह में रखा गया था।
क्या बोली पुलिस?
एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा ने बताया कि हत्या, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के मामलों में तीन नाबालिगों को बाल संप्रेषण गृह में रखा गया था। लेकिन वे दीवार में लगे रोशनदान को तोड़कर फरार हो गए। ये तीनों मूल रूप से शाजापुर और मुरैना के रहने वाले हैं। फरार होने की सूचना मिलते ही बाल संप्रेषण गृह के अधिकारियों ने तत्काल पुलिस को जानकारी दी। अब इस पूरे मामले में हीरानगर पुलिस ने तीनों की तलाश के लिए एक विशेष टीम बनाई है, जो शाजापुर और मुरैना जाकर उनकी खोजबीन करेगी।