Bhopal: भोपाल के रविंद्र भवन में रविवार को ओबीसी सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पीसीसी चीफ कमलनाथ भी शामिल हुए। कार्यक्रम में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को भी शामिल होना था लेकिन उनकी आंखों में इंफेक्शन होने के कारण वे नहीं आ सके। इस दौरान उनका संदेश पढ़कर सुनाया गया। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर जातिगत जनगणना कराई जाएगी। ताकि सभी जातियों की वास्तविक संख्या का पता लगाया जा सके।
कमलनाथ ने दावा करते हुए कहा कि एमपी में ओबीसी की आबादी 55 फीसदी है। सरकार जातिगत जनगणना कराने से डर रही है क्योंकि उसकी पोल खुल जाएगी। सम्मेलन में ओबीसी समाज के प्रतिनिधियों ने कमलनाथ को ज्ञापन दिया तथा 115 विधानसभा सीटों पर समाज के उम्मीदवार उतारने की मांग की।
एमपी में 1 करोड़ नौजवान बेरोजगार
पीसीसी चीफ ने कहा कि ओबीसी आरक्षण देना मेरी भावना है। आश्वासन देना चाहता हूं कि प्रदेश में ओबीसी की जनसंख्या 55 प्रतिशत है तो जो न्याय आपसे करना है और अन्याय को ठीक करना है तो वह कमलनाथ करेंगे। आज प्रदेश के सामने सबसे बड़ी समस्या चुनौती बेरोजगारी की है। आज एमपी में 1 करोड़ नौजवानों के पास रोजगार नहीं हैं।
घोषणा मशीन अब दोगुनी स्पीड से चल रही है
उन्होंने कहा कि मणिपुर में कैसे आदिवासी और गैर आदिवासियों के बीच विवाद पैदा हो गया है। आज तमिलनाडु में हिंदी का विवाद पैदा हो गया। पंजाब में खालिस्तान के नारे लगे रहे हैं। कमलनाथ से सीएम शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने 18 साल में कितनी घोषणाएं की हैं। घोषणा मशीन अब दोगुनी स्पीड से चल रही है। मैंने कहा कि महिलाओं को 1500 रुपए दूंगा तो वो कह रहे हैं कि हम 3 हजार देंगे। इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है।