विपिन श्रीवात्सव, रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के कई गांवों में गायों को लंपी वायरस के लक्षण मिलने से गांवों में दहशत फैल गई है। वहीं पशु चिकित्सा विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है। दरअसल रतलाम जिले के सेमलिया गांव में 1 दर्जन से अधिक गायों के शरीर पर छोटी-छोटी गठानें होकर घाव बन गए हैं, वहीं बरबोदना गाँव की कई गायों में भी ऐसे ही लक्षण देखे गए है।
पशु चिकित्सा विभाग ने इस बीमारी के पॉजिटिव केस की पुष्टि नहीं की है, लेकिन लंपी वायरस जैसे लक्षण दिखने के बाद जिले के साथ साथ प्रदेश का पशु चिकित्सा विभाग हाई अलर्ट पर आ गया है। तमाम पशुओं के सैंपल लेकर चिकित्सा विभाग ने जांच के लिए भोपाल भेज दिए हैं। यह सैंपल भोपाल के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिसीज मैं जांच के लिए भेजे जाएंगे
एडवाइजरी के मुताबिक भारत सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी और गाइडलाइन के अनुसार लंपी रोग की पहचान और नियंत्रण के लिए सजग रहते हुए लक्षण दिखाई देने पर गाइडलाइन के मुताबिक नमूने एकत्रित कर राज्य पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला में भेजा जाना है।
पशु रोग चिकित्सकों के मुताबिक एमपी वायरस पशुओं में होने वाली एक वायरल बीमारी है, जिसके चलते खून चूसने वाले कीड़ों की मदद से उसका वायरस एक पशु से दूसरे पशु तक पहुंचता है। इस बीमारी के लक्षण में पशु के शरीर पर छोटी-छोटी गठाने बन जाती है। जो छोटे-छोटे घावों में बदल जाती है और पशु के शरीर पर जख्म नजर आने लगते हैं। इसके चलते पशु खाना कम कर देता है और उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता घटने लगती है।
हालांकि पशु रोग चिकित्सकों के मुताबिक लंपी वायरस में मृत्यु दर कम होती है लेकिन इस बीमारी के फैलने की काफी होती है। पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टरों के अनुसार इस बीमारी का पशुओं से मनुष्यों में ट्रांसफर होने की संभावना नहीं के बराबर है।