सागर: फिल्मों में अक्सर देखा जाता है कि किसी आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस अलग-अलग किरदार निभाती है। ये इसीलिए किया जाता है ताकि आरोपी को शक ना हो और वह आसानी से पकड़ा जाए। फिल्मों से बाहर आकर एक ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के सागर से सामने आया है, जहां पर एक लुटेरी दुल्हन को पकड़ने के लिए पुलिस ने दूल्हे के परिवार सदस्यों की भूमिका निभाई और आखिरकार उसे गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
शादी के अगले दिन 50 हजार रुपए लेकर फरार हुई दुल्हन, पीड़ित पहुंचा थाने
दरअसल ये मामला मध्यप्रदेश के सागर स्थित जैसीनगर की है, जहां पर सरखड़ी निवासी लक्ष्मण पुत्र नत्थू ठाकुर की शादी 15 फरवरी 2022 को हुई थी। शादी के समय दुल्हन के परिवार वालें भी खुश नज़र आए। वहीं गृहप्रवेश के अगले ही दिन सुबह जब लक्ष्मण उठा तो देखा कि उसकी पत्नी वहां मौजूद नहीं थी और घर से 50 हजार रुपए के गहने भी गायब थे। जिसके बाद वह पुलिस के पास पहुंचा और एफआईआर दर्ज करवाई।
लुटेरी दुल्हन को पकड़ने के लिए पुलिस ने बनाया ये प्लान
मामले में पुलिस ने तलाश की लेकिन लुटेरी दुल्हन को नहीं पकड़ा जा सका। इसके के बाद जैसीनगर थाना प्रभारी शशिकांत गुर्जर ने उक्त मामले की जांच शुरू की। इसी बीच थाना प्रभारी को जानकारी लगी इस तरह की शादी कराने का गिरोह क्षेत्र में सक्रिय है। इस गिरोह को पकड़ने के लिए प्रभारी ने एक प्लान बनाया। प्लान के तहत एएसआई राम लखन पायक ने दूल्हे के पिता का किरदार निभाकर दलाल से संपर्क किया अपने लड़के की शादी करने की बात कही और इस तरह शादी का सौदा एक लाख में तय हुआ भरोसा दिलाने के लिए एएसआई राम लखन पायक ने दलाल के खाते में ₹5000 एडवांस जमा कर दिए और शादी सागर के परेड मंदिर में होना तय हुई।
वरमाला लेने के बहाने फूफा बने थाना प्रभारी पहुंचे, आरोपियों को किया गिरफ्तार
प्लान के मुताबिक जिसमें पुलिस ने मुखबिर को दूल्हा बनाया,आरक्षक दुर्गेश सिलावट दूल्हे के भाई बने, एएसआई अभिषेक पटेल ड्राइवर और अन्य स्टाफ दूल्हे के सदस्य बने और शादी के साजो सामान के साथ सागर के परेड मंदिर पहुंचे। इसी बीच दूल्हे का परिवार प्लान अनुसार वरमाला भूल आया। फोन लगाने पर जैसीनगर थाना प्रभारी जो दूल्हे के फूफा बने थे, वरमाला लेकर मौके पर पहुंचे और शादी होने के ऐन वक्त पहले उक्त महिला और दलाल को हिरासत में ले लिया। आरोपियों में 30 वर्षीय महिला और दलाल शामिल है। उनसें पूछताछ जारी है।