भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसी क्रम में राज्य परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि अब इसी महीने यानी कि सितंबर से ही बहुत जल्द स्कूल बस समेत सभी बसों में पैनिक बटन की शुरुआत होगी। इसके अलावा सभी स्कूल बसों की मंथली जांच भी की जाएगी। साथ ही CCTV कैमरे भी चैक किए जाएंगे और हर बसों में महिलाकर्मी की तैनाती की जाएगी।
कैसे काम करेगा पैनिक बटन
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि इस पैनिक बटन का अलार्म कंट्रोल कमांड रूम से कनेक्ट किया जाएगा, इस निर्भया पैनिक बटन के लगाए जाने के बाद कोई महिला बस, स्कूल बस, ऊबेर, ओला में सफर कर रही होगी और अगर किसी भी तरह खतरा महसूस होने पर इस पैनिक बटन को दबाने पर फौरन कंट्रोल रूम का अलार्म बजेगा जिससे लोकेशन के आधार पर पुलिस फौरन मौके पर पहुंच जाएगी।
दुष्कर्म मामले में होगी कठोर कार्रवाई: सीएम शिवराज
भोपाल के एक स्कूल बस में हुई घटना को पूरी गंभीरता से लिया गया है। उक्त प्रकरण में अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। दुष्कर्म की इस घटना को चिन्हित अपराध की श्रेणी में लिया गया है, जिससे प्रकरण की सुनवाई जल्द से जल्द हो सकें.. @DGP_MP
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) September 13, 2022
भोपाल में साढ़े तीन साल की मासूम के साथ दुष्कर्म मामले में सीएम शिवराज ने संज्ञान लिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि दुष्कर्म की इस घटना को चिन्हित अपराध में शामिल किया गया है जिससे प्रकरण की सुनवाई जल्द से जल्द हो सके और इस मामले में कठोर से कठोर सजा दिलाने की कार्रवाई शीघ्र सुनिश्चित की जा सके।
शिक्षा मंत्री ने कही ये बात
शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने इस मामले में कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि घटना में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किन कारणों से ये घटना हुई उसकी जांच की जाएगी और इस दायरे में जो गलत आएगा उस पर कार्रवाई होगी फिर चाहे वो स्कूल प्रबंधन ही क्यों ना हो।
बता दें कि पीड़िता के माता-पिता ने 9 सितंबर को स्कूल में शिकायत की थी। आरोप है कि शिकायत के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने गंभीरता से मामले को नहीं लिया। वहीं हद तो तब हो गई जब स्कूल बस के CCTV फुटेज के बारे में पूछने पर पीड़िता के परिजन को कहा गया कि तीन चार दिन में फुटेज डिलीट कर दिए जाते हैं। पेरेंट्स का आरोप है कि शिकायत के बाद स्कूल प्रबंधन से पूछताछ कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया है।
निजी स्कूल की घटना पर गृहमंत्री का भी बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि स्कूल प्रबंधन ने इस मामले में लीपापोती की है। इसलिए अपराध को लेकर स्कूल प्रबंधन की भी जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, इस वारदात में लिप्त दो आरोपीयों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आरोपितों की पहचान हनुमंत और उर्मिला के रूप में हुई है। कथित तौर पर आरोपित उर्मिला को बस की केयर टेकर बताया जा रहा है।
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स्कूल प्रिंसीपल ने दी ये सफाई
भोपाल बच्ची से दुष्कर्म मामले में निजी स्कूल के प्रिंसीपल का कहना है कि हम चाहते हैं कि ऐसी कार्रवाई हो कि वो एक मिसाल बने। उन्होंने कहा कि पुलिस और सरकार दोनों का सहयोग करने के लिए तैयार हैं। बच्ची के माता पिता ने मुझसे आकर बातचीत की थी। 10-12 दिन से बच्ची को ही शरीर में कुछ शिकायत थी। हम मना नहीं कर रहे हैं, कुछ तो हुआ है। स्कूल में कुछ नहीं हुआ है जो भी हो सकता है बस में हुआ होगा। हमने GPRS चेक किया है जिसमें कोई गलती दिखाई नहीं थी।
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