भोपाल: मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की नाराजगी और उनकी फटकार के बाद इंदौर के टीआई धनेंद्र भदौरिया पर गाज गिरी है। उन्हें अवैध वसूली के मामले में रविवार सुबह नीलंबित कर दिया गया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजेश हिगणकर ने यह आदेश जारी किया है।
जानकारी के मुताबिक TI पर अभद्र व्यवहार एवं अवैध वसूली का आरोप है, जिसके कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। सीएम शिवराज की नाराजगी के बाद यह बड़ी कार्रवाई की गई है।
क्या था पूरा मामला
बता दें कि शनिवार को सीएम शिवराज ने सीएस और डीजीपी के साथ ही प्रदेश के जिलों के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की बैठक ली थी। इसमें उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस, इंदौर के एक टीआई के भ्रष्टाचार का उल्लेख किया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े और TI के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।
उन्होंने प्रदेश के IG और SP से कहा लिस्ट बनवाई और कहा कि किसी को छोड़ना मत और एडीजी इंटेलिजेंस को जानकारी भेजिए। मौका आने पर ऐसे भ्रष्टाचारियों के यहां हम ईओडब्ल्यू के छापे भी डलवाएंगे। हालांकि, उन्होंने इस दौरान इस आरोपित टीआई का नाम नहीं लिया था।
कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा का ने सरकार पर साधा निशाना
इधर इंदौर टीआई मामले में कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर सरकार पर निशान साधा है। उन्होंने लिखा है कि “अगले जनम टीआई ही कीजो”, कितनी असहाय वाली स्थिति..? यह वही साहब हैं जो कुछ वर्ष पूर्व एक मामले में जेल भी जा चुके हैं और जमानत मिलते ही, इनके लिए पद खाली करने के लिए एक साहब को लाइन भेजा गया और इन्हें तुरंत वहां पदस्थ।
TI पहले भी रह चुके हैं सुर्खियों में
बता दें कि धनेंद्र भदौरिया की सात बार विभागीय जांच हो चुकी है। वहीं उनके ऊपर 2 मामले भी दर्ज हो चुके हैं। एक बार बर्खास्तगी भी हो चुकी है। गृहमंत्री के जन्मदिन पर वर्दी में उनके साथ पोस्टर लगाने का भी मामला सुर्खियों में आ चुका है।