झारखंड में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग द्वारा वेद व्यास आवास निर्माण योजना शुरू की गई। इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवार के लोगों खास करके मछली पालकों को घर बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना में विशेष रूप से कच्चे या फूस के घरों में रहने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाती है। इसके साथ ही इस योजना का लाभ महिलाओं और विकलांग मिलता है। इस योजना के तहत आवास निर्माण के लिए 1,20,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलती है।
योग्यता
आवेदक सक्रिय और पारंपरिक मछली पालन होना चाहिए।
कच्चे या फूस के मकान में रहता हो।
परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करता हो।
आवेदक को पहले विभागीय मछुआ आवास योजना या इंदिरा आवास या केंद्र/राज्य सरकार की समकक्ष आवास योजना का लाभ नहीं मिला हो।
मकान निर्माण के लिए भूमि होनी चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
1. इच्छुक आवेदक को (कार्यालय समय के दौरान) जिला मत्स्य कार्यालय, सिमडेगा में जाना चाहिए और भरे हुए आवेदन पत्र जारी करने और एकत्र करने के लिए विशेष रूप से नियुक्त कर्मचारियों से आवेदन पत्र के निर्धारित प्रारूप की हार्ड कॉपी का अनुरोध करना चाहिए।
2. आवेदन पत्र में सभी अनिवार्य फील्ड भरें, और सभी अनिवार्य दस्तावेजों की प्रतियां संलग्न करें (यदि आवश्यक हो तो स्वयं सत्यापित करें)।
3. विधिवत भरे और हस्ताक्षरित आवेदन पत्र को दस्तावेजों के साथ जिला मत्स्य कार्यालय, सिमडेगा में जमा करें।
4. जिला मत्स्य पालन कार्यालय, सिमडेगा से रसीद या पावती का अनुरोध करें, जिसके पास आवेदन जमा किया गया है। सुनिश्चित करें कि रसीद में आवश्यक विवरण जैसे कि आवेदन जमा करने की तिथि और समय, और एक विशिष्ट पहचान संख्या शामिल हो।
जरूरी दस्तावेज
1. आवेदक का फोटो
2. कच्चे घर की तस्वीर
3. जाति प्रमाण पत्र
4. आवासीय प्रमाण पत्र
5. आय प्रमाण पत्र
6. भूमि स्वामित्व दस्तावेज़
7. मछली पालन गतिविधि प्रमाण पत्र