Jharkhand 700 School Girls Gave up Food Water Due Toilet: देश के गांवों में आज भी स्कूलों की हालत काफी बदतर है। झारखंड के चतरा से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां स्थित एक सरकारी स्कूल में पिछले 6 महीने से 700 से अधिक छात्राएं कम खाना और कम पानी पी रही है। इसकी वजह जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। स्कूल में छात्राओं के लिए एक भी टाॅयलेट नहीं है।
चतरा के मयूरहंड ब्लाॅक मुख्यालय से एक किमी. दूर विवेकानंद उच्च माध्यमिक स्कूल में कोई शौचालय नहीं है। पांच एकड़ में बने इस स्कूल में स्टेडियम तो है मगर छात्राओं के लिए शौचालय नहीं है। टीओआई की रिपोर्ट की माने तो स्कूल के निर्माण के लिए जिस ठेकेदार को ठेका दिया गया है उसने स्कूल में बने मौजूदा शौचालय को तोड़ दिया लेकिन उसके स्थान पर कोई वैकल्पिक शौचालय का निर्माण नहीं करवाया। इस संस्थान में कुल 1 हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं।
शिक्षकों के लिए की गई वैकल्पिक व्यवस्था
जानकारी के अनुसार स्कूल में पुरुष शिक्षकों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है। हालांकि मेल टीचर इसके लिए जंगल या खेतों का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में स्कूल की महिला शिक्षकों ने एक रास्ता निकाला है। उन्होंने स्कूल के 20 शिक्षकों के लिए एक कमरे को किराए पर लिया है। ताकि टाॅयलेट के तौर पर उसका इस्तेमाल किया जा सके। हालांकि इसके लिए अतिरिक्त पैसा खर्च करना पड़ रहा है।

Jharkhand School No Toilet
प्रशासन दे रहा सिर्फ आश्वासन
उधर ठेकेदार भुनेश्वर महतो ने दावा किया कि शौचालयों का निर्माण फंड की कमी के कारण रुका है क्योंकि निर्माण के लिए स्वीकृत राशि का उपयोग नई कक्षाओं और चारदीवारी के नवीनीकरण में किया गया। वहीं इस मामले में मयूरहंड ब्लॉक विकास अधिकारी साकेत कुमार सिन्हा ने टीओआई को बताया कि वह जल्द ही स्कूल का दौरा करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शौचालय निर्माण कार्य जल्द से जल्द फिर से शुरू किया जाए।