ED raid Amba Prasad: ईडी ने शुक्रवार सुबह मनी लॉन्ड्रिंग के एक अहम मामले में झारखंड की पूर्व कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद और उनके पिता, पूर्व मंत्री योगेंद्र साव से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी आरकेटीसी कोल ट्रांसपोर्टिंग कंपनी से जुड़े कथित घोटाले और आर्थिक अनियमितताओं के सिलसिले में की जा रही है।
ईडी की टीमों ने रांची, हजारीबाग और बड़कागांव में कुल आठ ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई शुरू की। रांची के हरमू रोड स्थित किशोरगंज इलाके में एक टीम ने तलाशी ली, वहीं दूसरी टीम ने हजारीबाग के बड़कागांव में अंबा प्रसाद के नजदीकी सहयोगियों के आवास और कार्यालयों पर छापेमारी की। जानकारी के अनुसार छापेमारी अंबा प्रसाद के निजी सहायक संजीव साव, उनके अन्य करीबी सहयोगी मनोज दांगी और पंचम कुमार के बड़कागांव स्थित ठिकाने पर हुई।
ये भी पढ़ेंः चुनाव में लालू यादव को चुनौती देंगे हेमंत सोरेन! जानें बिहार में JMM कितनी बड़ी ताकत?
इसलिए हुई छापेमारी
ईडी की इस कार्रवाई को आरकेटीसी ट्रांसपोर्टिंग कंपनी से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सबूत जुटाने के रूप में देखा जा रहा है। यह छापेमारी ऐसे समय में हुई है जब झारखंड की राजनीति में कोयला परिवहन और खनन से जुड़े मामलों को लेकर घमासान मचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, ईडी को इस मामले में बड़ी मात्रा में लेनदेन और संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों की जानकारी मिली है, जिसकी पुष्टि के लिए ये छापेमारियां की जा रही हैं।
पहले भी विवादों में रहे हैं योगेंद्र साव
अंबा प्रसाद और उनके पिता योगेंद्र साव पहले भी विवादों में घिरे रहे हैं। इस बार ईडी की जांच में उनका नाम सामने आने से झारखंड की सियासत में हलचल तेज हो गई है। कोयला परिवहन में कथित भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति अर्जन की जांच के दायरे में आने वाले यह पहले बड़े राजनीतिक चेहरे नहीं हैं, लेकिन मामला काफी गंभीर माना जा रहा है।फिलहाल ईडी की कार्रवाई जारी है और आने वाले समय में कई और खुलासे हो सकते हैं।
ये भी पढ़ेंः Jharkhand: श्रावणी मेले में सुरक्षा को लेकर मुख्य सचिव ने की तैयारियों की समीक्षा, दिए ये निर्देश