---विज्ञापन---

Dushyant Chautala Uchana Vidhansabha Seat Result Live: उचाना में सबसे कांटे का मुकाबला, सिर्फ 32 वोटों से जीते देवेंद्र अत्री… दुष्यंत-बृजेंद्र हारे

Uchana Vidhan Sabha Election Result 2024 live vote counting news: इस बार उचाना सीट पर सबसे कांटे का मुकाबला देखने को मिल। कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही टक्कर रही। इस बार यहां से कांग्रेस को एंटी इनकंबेंसी का लाभ नहीं मिला।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Oct 8, 2024 16:49
Share :
LIVE Haryana Uchana assembly constituency result 2024
LIVE Haryana Uchana assembly constituency result 2024

LIVE Uchana Vidhan sabha Election Result 2024 Vote Counting News Updates: उचाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी देवेंद्र अत्री सिर्फ 32 वोट से हार गए हैं। देवेंद्र अत्री को 42835 और कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह को 42803 वोट मिले। कांग्रेस ने यहां से हिसार के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया था। वहीं, JJP-ASP गठबंधन से पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और BSP-INLD ने विनोद पाल सिंह को मैदान में उतारा था। BJP ने यहां से देवेंद्र अत्री पर दांव खेला था। 2019 में दुष्यंत चौटाला उचाना से साढ़े 47 हजार वोटों से जीते थे। इस बार वीरेंद्र घोघड़ियां और दिलबाग संडील कांग्रेस से बागी होकर आजाद लड़ रहे थे। इस सीट पर 2.17 लाख वोटर हैं, जिनमें से 1.7 लाख वोट जाट समुदाय के हैं।

बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह और दुष्यंत चौटाला जाट समाज से आते हैं। दोनों परिवारों की प्रतिष्ठा इस चुनाव में दांव पर थी। किसान आंदोलन के कारण बीजेपी के अलावा दुष्यंत को भी ग्रामीणों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। उचाना में 28 हजार ब्राह्मण वोटर हैं। वहीं, 23 हजार वोट OBC और SC के 26 हजार वोट हैं। वहीं, वैश्य वोटर करीब 7 हजार हैं। विकास काला भी यहां से निर्दलीय लड़ रहे थे। भाजपा को गैर जाट वोटों से उम्मीदें थीं, जो पूरी हो गईं। उचाना सीट पर 1977 में पहला चुनाव हुआ था। यहां से पहला चुनाव बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर जीता था।

---विज्ञापन---

बीरेंद्र सिंह उचाना सीट से अब तक 5 बार विधायक बन चुके हैं। वे कई बार मंत्री भी रहे हैं। 2009 में उनको 621 वोटों से पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने हरा दिया था। उचाना सीट पर ये अब तक की सबसे छोटी हार है। 2014 में बीरेंद्र परिवार BJP में शामिल हो गया था। उनकी पत्नी प्रेमलता 2014 में इस सीट से जीतकर विधायक बनी थीं। वहीं, 2019 में प्रेमलता को साढ़े 47 हजार वोटों से दुष्यंत ने शिकस्त दी थी, जो अब तक की सबसे बड़ी जीत है। बता दें कि बृजेंद्र IAS अफसर रहे हैं, जिन्होंने 2019 में VRS लेकर BJP के टिकट पर हिसार लोकसभा से चुनाव लड़ा था।

---विज्ञापन---
HISTORY

Written By

Parmod chaudhary

First published on: Oct 08, 2024 08:55 AM
संबंधित खबरें