हरियाणा में जमीन की रजिस्ट्री अब ऑनलाइन होगी. इसके बाद अब पूरे प्रदेश में हरियाणा दिवस (एक नवंबर) से डीड पंजीकरण भी ऑनलाइन किया जाएगा. हरियाणा ने भूमि एवं राजस्व प्रशासन को पूर्ण रूप से डिजिटल करते हुए पारदर्शी और नागरिक-अनुकूल शासन के नए युग की शुरुआत कर दी है. राजस्व एवं आपदा प्रबंधन की वित्त आयुक्त डॉ. सुमिता मिश्रा ने सभी उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये उच्च स्तरीय बैठक करते हुए डिजिटल सुधारों की प्रगति की समीक्षा की.
हरियाणा की होम सेक्रेटरी, डॉ. सुनीता मिश्रा ने बताया, 1 नवंबर से हम हरियाणा में एक बड़ा बदलाव ला रहे हैं. मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में, हम तहसीलों में जमीन रजिस्ट्रेशन डीड के सिस्टम को बदल रहे हैं और पेपरलेस रजिस्ट्रेशन की तरफ बढ़ रहे हैं. हरियाणा ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य होगा.
29 सितंबर को मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र जिले के बाबैन में इसे लॉन्च किया था. अब, एक महीने की टेस्टिंग और सुधार के बाद, हम इसे 1 नवंबर से पूरे राज्य में लॉन्च कर रहे हैं, जो हरियाणा दिवस भी है. यह हमारी कोशिश है कि उन नागरिकों को राहत मिले जिन्हें पहले तहसीलों के चक्कर लगाने पड़ते थे, जहां उन्हें बिचौलियों और दलालों के बारे में सुनने को मिलता था और उनसे निपटना पड़ता था. अब, यह सब नागरिक के हाथ में होगा. जो भी रजिस्ट्रेशन करवाना चाहता है, वह अपनी ID बनाकर लॉगिन करेगा.
जमीन की डीड (जैसे सेल डीड) वह कानूनी दस्तावेज है जो संपत्ति के स्वामित्व को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित करता है. रजिस्ट्री उस दस्तावेज को सरकारी कार्यालय (उप-पंजीयक कार्यालय) में पंजीकृत करने की प्रक्रिया है ताकि यह कानूनी रूप से मान्य हो जाए और सार्वजनिक रिकॉर्ड का हिस्सा बन जाए.
कैसे करेंगे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन?
ऑनलाइन डीड रजिस्ट्रेशन के लिए https://eregistration.revenueharyana.gov.in/ पोर्टल पर लाग इन किया जा सकता है. नई व्यवस्था आरंभ होने के बाद मौजूदा प्रणाली स्थायी रूप से बंद कर दी जाएगी. इस सुविधा के बाद हरियाणा देश में शत-प्रतिशत कागज रहित संपत्ति पंजीकरण प्राप्त करने वाला पहला राज्य बन जाएगा. नागरिक सुरक्षित ओटीपी प्रमाणीकरण के माध्यम से अपनी पहचान पंजीकृत और सत्यापित कर सकते हैं.
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