Swachhata Hi Seva Campaign: राज्य सरकार ने रविवार को बताया कि ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के पहले चार दिनों में 25 लाख से अधिक नागरिकों ने भाग लिया और 27 लाख घंटे सफाई कार्य में योगदान दिया। अभियान की शुरुआत 17 सितंबर को पूरे राज्य में की गई थी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि सफाई अभियान के दौरान करीब 1,00,000 किलोग्राम कचरा और 60,000 किलोग्राम सिंगल यूज प्लास्टिक एकत्र किया गया और उसका उचित तरीके से निपटान किया गया।
राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री राघवजी पटेल ने कहा कि स्वच्छता गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जिलों, तालुकाओं और गांवों को 10 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के रूप में मनाए जाने वाले दिन 71 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।
31 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, सड़कें, ऐतिहासिक, धार्मिक और पर्यटन स्थल, जलाशय, प्रतिमाएं, बाजार जैसे सार्वजनिक स्थानों के साथ-साथ सरकारी कार्यालयों और संस्थानों की सफाई की जा रही है। बयान में कहा गया है कि अभियान में जन भागीदारी बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक उत्सव, स्वच्छता रैलियां, स्वच्छता के माध्यम से स्वास्थ्य अभियान, घर-घर जागरूकता अभियान, शैक्षणिक संस्थानों की भागीदारी, सफाई कर्मचारी सुरक्षा शिविर, वेस्ट से मनी वर्कशॉप, कला प्रतियोगिताएं आदि आयोजित की जाएंगी।
स्वच्छ भारत मिशन
स्वच्छ भारत मिशन के दस साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में स्वच्छता ही सेवा अभियान मनाया जा रहा है, जिसकी थीम है, ‘स्वाभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता।’ अभियान के तहत राज्य भर में करीब 1 लाख किलोग्राम कचरे और 60 हजार किलोग्राम से अधिक सिंगल यूज प्लास्टिक का निपटान किया गया।
स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के इस अभियान के तहत चार दिनों में 6,500 से अधिक योग शिविर भी आयोजित किए गए हैं। चार दिनों के दौरान राज्य में 6,477 सीटीयू यानी स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों के साथ-साथ 1,800 से अधिक जल निकायों की पूरी तरह से सफाई की गई है। राज्य सरकार 2 अक्टूबर को बेस्ट परफॉर्मेंस करने वाले जिलों, तालुकाओं और गांवों को एक करोड़ तक के पुरस्कार देगी।
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