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एक साथ बीमार हो गईं AMU निशां हाल की 100 से अधिक छात्राएं, अस्पताल में भर्ती होने के बाद असल वजह आई सामने

girl students of AMU Nishan Hall admitted in hospital: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुए गुलिस्तान-ए-सयैद में सर सयैद डे के बाद हुई दावत का खाना खाने के बाद बेगम अजीजुन निशां हाल की 100 से अधिक छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई, सभी छात्राओं को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Oct 18, 2023 15:13
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girl students of AMU Nishan Hall admitted in hospital: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में स्थित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की चर्चा अक्सर राजनीतिक विवादों के बीच में होती है। लेकिन इस बार AMU की चर्चा किसी राजनीति प्रभाव के कारण नहीं बल्कि ऐसे मामले को लेकर हुई है, जिससे जिले के पूरे स्वास्थ्य विभाग को हैरत में डाल दिया। दरअसल AMU में हुए गुलिस्तान-ए-सयैद में सर सयैद डे के बाद हुई दावत में हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं और शिक्षक शामिल हुए थे। दावत का खाना खाने के बाद बेगम अजीजुन निशां हाल की 100 से अधिक छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिससे विश्वविद्यालय प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के हाथ पांव फूलने लगे।

100 से अधिक छात्राओं की बिगड़ी हालत, मेडिकल कॉलेज में भर्ती

मिली जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में बीते 17 अक्तूबर को गुलिस्तान-ए-सयैद में सर सैयद डे का आयोजन किया गया था, इस दौरान हुई दावत में हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत किया। वहीं, खाना खाने के बाद बेगम अजीजुन निशां हाल की तकरीबन चार सौ से ज्यादा छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि ये सभी छात्राएं फूड प्वॉइजनिंग का शिकार हो गईं, जिसके बाद आनन-फानन में उन सभी छात्राओं को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

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विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिए जांच के निर्देश

मामले की जनकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग टीम एएमयू के छात्रावास में जांच करने के लिए पहुंच गई है। वहीं, एएमयू और स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच पड़ताल में भी जुट गई है। इस मामले को लेकर एएमयू प्रशासन के अनुसार, AMU के बेगम अजीजुन निसाँ हॉल में सर सैयद डिनर के बाद कुछ छात्राओं की ओर से रात में तकरीबन 1:30 बजे माइल्ड सिम्प्टम यानी कि उल्टी व पेट दर्द की शिकायत की गई थी। उनका कहना है कि मामले को तत्काल संज्ञान लेते हुए छात्राओं को जेएन मेडिकल कॉलेज में प्राथमिक उपचार के लिए भेज दिया गया, जिसके बाद उन्हें वापस अपने हॉल भेज दिया गया। इसी के साथ प्रशासन की ओर से किसी भी छात्रा को भर्ती होने की बात से इंकार किया गया है। इसके साथ ही एएमयू प्रशासन की ओर से कुलपति, डी.एस.डब्ल्यू. कुलसचिव, प्रॉक्टर आदि लोगों की ओर से मेडिकल टीम के साथ जे०एन० मेडिकल कॉलेज जाकर स्थिति का आकलन करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं, इस मामले में की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।

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News24 हिंदी

First published on: Oct 18, 2023 03:13 PM
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