मुंबई: महाराष्ट्र में एनसीपी के सरकार में शामिल होने के बाद शिवसेना के कुछ विधायक नाराज चल रहे हैं। विधायकों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि उनके खाते में आने वाले मंत्री पद बंट जाएंगे। उनकी नाराजगी दूर करने के लिए बुधवार को बैठक बुलाई गई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से बुलाई गई बैठक में शिंदे गुट के विधायक पहुंचे।
उम्मीदवारों में बढ़ा असंतोष
सूत्रों के मुताबिक NCP के सरकार में आने के कारण शिवसेना के सामने कई मसले खड़े हो गए हैं। अब जिस जगह पर विधानसभा सीट के लिए शिवसेना ने तैयारी की थी, वहां पर एनसीपी के उम्मीदवार सामने आ गए हैं, तो ऐसी जगह पर उम्मीदवारों में असंतोष बढ़ गया है। राष्ट्रवादी पार्टी के साथ कैसे तालमेल बिठाया जाए इस पर भी चर्चा हुई।
इस्तीफे की खबरें निराधार
बैठक में सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने विधायकों भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि 2024 तक वे ही मुख्यमंत्री रहेंगे। शिंदे ने कहा- हम 50 विधायक जीतकर आएंगे और ज्यादा सीटें जीतने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा- मीडिया में मेरे इस्तीफे की जो खबरें आई हैं उनपर विश्वास मत करो। ये खबरें निराधार हैं।
आगामी चुनाव शिंदे की निगरानी में ही होंगे
शिवसेना नेता उदय सामंत ने कहा- आगामी विधानसभा अधिवेश को लेकर चर्चा हुई। लोकसभा सेशन को लेकर भी चर्चा की गई। शिवसेना का संगठन बढ़ाना पर बात की गई है। NCP के साथ आने से कोई भी नाराजगी नहीं है। देवेंद्र फडणवीस ने पहले ही कहा है कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव सीएम शिंदे की निगरानी में ही होंगे। एकनाथ शिंदे की नाराजगी और इस्तीफे की खबर गलत है।