तहव्वुर राणा भारत पहुंचने वाला है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की एक टीम उसे लेकर विशेष विमान से भारत आ रही है। अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने राणा की प्रत्यर्पण के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी थी। उसके बाद भारतीय एजेंसी की टीम राणा को लेकर अमेरिका पहुंची।
वहीं भारत आने के बाद राणा को दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा जाएगा और दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अदालत में उसे पेश किया जाएगा। तहव्वुर राणा को लेकर विमान जल्द ही दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर उतरेगा और बुलेट प्रूफ गाड़ी में उसे NIA मुख्यालय ले जाया जाएगा। दिल्ली में राणा की सुरक्षा इतनी टाइट रहेगी कि परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा।
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बुलेट प्रूफ वाहन से मुख्यालय तक ले जाया जाएगा
बता दें कि तहव्वुर राणा को लेकर विशेष विमान दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर उतरेगा। इसके बाद राणा को बुलेट प्रूफ वाहन से एनआईए मुख्यालय तक ले जाया जाएगा। पालम हवाई अड्डे पर विमान के उतरने से पहले से ही कंमाडो तैनात किए जा चुके हैं। 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के अमेरिका से प्रत्यर्पित होने से पहले दिल्ली के कई इलाकों में कड़ी सुरक्षा कर दी गई है और पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात कर दी गई है।
एयरपोर्ट पर SWAT कमांडो पहले से तैनात
तहव्वुर राणा को NIA के मुख्यालय तक ले जाने के लिए दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल को अलर्ट मोड पर रखा गया है। एयरपोर्ट पर SWAT (स्पेशल वेपन्स एंड टैक्टिक्स) कमांडो को पहले ही तैनात कर दिया गया है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि राणा की बुलेट प्रूफ गाड़ी के साथ ही काफिले में बख्तरबंद गाड़ियां भी रहेंगी। बुलेट प्रूफ गाड़ी के साथ-साथ एक मार्क्समैन गाड़ी को भी स्टैंडबाय मोड पर रखा गया है।
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सुरक्षा के लिए मार्क्समैन कार भी रहेगी
अगर मार्क्समैन कार की बात की जाए तो यह कड़ी सुरक्षा के लिए बख्तरबंद गाड़ी है, जो किसी भी तरह के हमले का सामना कर सकती है। इसका इस्तेमाल आमतौर पर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आतंकवादियों और गैंगस्टरों सहित उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों को अदालतों या एजेंसी कार्यालयों तक ले जाने के लिए किया जाता है।
राणा को उसकी गिरफ्तारी के करीब 16 साल बाद अमेरिका से प्रत्यर्पित किया जा रहा है। एनआईए द्वारा उसे आधिकारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा। इसके बाद उसे वर्चुअली कोर्ट में पेश किया जाएगा और फिर न्यायिक हिरासत में ले लिया जाएगा। पूर्व पाकिस्तानी सैन्यकर्मी को तिहाड़ जेल में उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखा जाएगा।
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26/11 हमलों को लेकर की जाएगी पूछताछ
बता दें कि राणा को हिरासत में लेकर 26/11 हमलों के पीछे पाकिस्तानी गवर्नमेंट एलिमेन्ट्स की भूमिका का पता लगाने के लिए पूछताछ की जाएगी। एनआईए ने राणा पर अपने इमिग्रेशन कंसल्टेंसी बिजनेस के माध्यम से मुंबई की रेकी कराने का आरोप लगाया है। यह रेकी पाकिस्तानी अमेरिकी डेविड कोलमैन हेडली ने की थी, जो इस समय अमेरिकी जेल में है।