दिल्ली के मुस्तफाबाद के शक्ति विहार इलाके में बहुमंजिला इमारत गिरने की घटना के बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) हरकत में आ गया है। घटना स्थल पर हुई शुरुआती जांच में यह बात सामने आई कि ध्वस्त हुई इमारत एक अवैध कॉलोनी का हिस्सा थी, जिसमें बिना किसी स्वीकृति के 5वीं और 6वीं मंजिल तक निर्माण किया गया था।
एमसीडी के अनुसार, इन अवैध कॉलोनियों में भवन निर्माण की कोई योजना स्वीकृत नहीं की जाती। इसके बावजूद, स्थानीय स्तर पर बिना तकनीकी निरीक्षण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी करते हुए लगातार मंजिलें जोड़ी जा रही थीं।
इस घटना के बाद एमसीडी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पूर्व में तैनात रहे कनिष्ठ अभियंता (JE) फैजान रजा को बर्खास्त कर दिया है। फैजान रजा मार्च 2019 से अगस्त 2021 तक इस क्षेत्र में कार्यरत थे और फैजान पर पहले भी कई बार अनुशासनात्मक कार्रवाई हो चुकी है।
मुख्य मंत्री @gupta_rekha जी के निर्देश पर मुस्तफाबाद में राहत एवं बचाव कार्य जारी है
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— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) April 19, 2025
इसके अलावा, तीन अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गई ,जिसमे वर्तमान जेई रवि कुमार सिंह, जो 28 नवंबर 2024 से पद पर थे, को विभागीय जांच के दौरान भवन विभाग से हटाकर जजोन के अन्य विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।
अन्य इमारतों पर भी कार्रवाई की तैयारी
एमसीडी ने इस क्षेत्र में 15 ऐसी बहुमंजिला इमारतों की पहचान की है जिन पर अवैध निर्माण के तहत कार्रवाई की जाएगी। विशेष रूप से पांच या उससे अधिक मंजिलों वाली इमारतों का सर्वे किया जा रहा है। प्लॉट संख्या 17, डी1 स्ट्रीट, डी-ब्लॉक पर 25 मार्च 2025 को ही ध्वस्तीकरण आदेश जारी किया जा चुका है, जिसे अब शीघ्र गिराने की तैयारी की जा रही है।
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एमसीडी ने साफ किया है कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, जहां कहीं भी अवैध निर्माण या ढांचागत खतरा पाया जाएगा, वहां तत्काल कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह इमारत किसी भी इलाके में हो और चाहे उस पर कोई भी प्रभावशाली व्यक्ति क्यों न हो।