रमजान के पूरे महीने के रोजे, दुआएं और इबादत के बाद जब चांद नजर आता है तो दिल खुशी से झूम उठता है। ईद-उल-फित्र सिर्फ एक त्योहार नहीं बल्कि यह प्रेम, भाईचारे और इंसानियत का जश्न है। इस दिन की सबसे खास बात होती है, ईद की नमाज जो सबको एक साथ जोड़ती है। गले मिलकर “ईद मुबारक” कहना, मीठी सेवइयों का स्वाद चखना और गरीबों की मदद करना यही इस त्योहार की असली खूबसूरती है। ईद न केवल इबादत का इनाम है बल्कि यह हर दिल को जोड़ने और खुशियां बांटने का मौका भी है।
ईद-उल-फितर 2025: खुशियों का त्यौहार
ईद-उल-फित्र 2025 को लेकर सभी मुस्लिम समुदाय के लोग बड़े उत्साह से तैयारियां कर रहे हैं। यह त्यौहार रमजान के पवित्र महीने के समाप्त होने का प्रतीक है जिसमें एक महीने तक रोजा रखने, इबादत करने और जरूरतमंदों को दान देने की परंपरा होती है। ईद-उल-फित्र इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार शव्वाल महीने की पहली तारीख को मनाई जाती है। यह त्योहार चांद के दिखने पर निर्भर करता है इसलिए भारत में ईद-उल-फित्र 2025 का जश्न 31 मार्च या 1 अप्रैल को मनाया जा सकता है। इस दिन की शुरुआत खास ईद की नमाज से होती है जिसे देशभर की मस्जिदों और ईदगाहों में अदा किया जाता है।
भारत के प्रमुख शहरों में ईद की नमाज के समय
ईद की नमाज का समय हर शहर में अलग-अलग होता है लेकिन यह आमतौर पर सूर्योदय के बाद फज्र की नमाज के तुरंत बाद पढ़ी जाती है। देश के कई हिस्सों में इस खास मौके पर हजारों की संख्या में लोग नमाज अदा करने के लिए इकट्ठा होते हैं। दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, बेंगलुरु, अहमदाबाद और अन्य बड़े शहरों में नमाज का समय अलग-अलग रहेगा। उदाहरण के लिए दिल्ली, मुंबई और जयपुर में ईद की नमाज सुबह 7:00 बजे से 12:00 बजे तक हो सकती है जबकि लखनऊ में यह सुबह 6:07 बजे से शुरू होगी। कोलकाता में सबसे जल्दी यानी 5:41 बजे नमाज अदा की जाएगी। इसी तरह पटना में 5:51 बजे और हैदराबाद में 6:24 बजे से नमाज शुरू होगी।
| शहर | नमाज का समय (Expected) |
|---|---|
| दिल्ली | 7:00 AM – 12:00 PM |
| मुंबई | 7:00 AM – 12:00 PM |
| जयपुर | 7:00 AM – 12:00 PM |
| लखनऊ | 6:07 AM – 12:00 PM |
| बेंगलुरु | 6:30 AM – 12:00 PM |
| आगरा | 6:18 AM – 12:00 PM |
| हैदराबाद | 6:24 AM – 12:00 PM |
| कोलकाता | 5:41 AM – 12:00 PM |
| कानपुर | 6:09 AM – 12:00 PM |
| इलाहाबाद | 6:05 AM – 12:00 PM |
| पटना | 5:51 AM – 12:00 PM |
| अहमदाबाद | 6:43 AM – 12:00 PM |
| चंडीगढ़ | 6:21 AM – 12:00 PM |
| कोच्चि | 6:37 AM – 12:00 PM |
| नोएडा | 6:19 AM – 12:00 PM |
सऊदी अरब और अन्य देशों में ईद का जश्न
सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि सऊदी अरब और अन्य इस्लामिक देशों में भी ईद-उल-फित्र को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। सऊदी अरब में चांद एक दिन पहले नजर आने की संभावना रहती है इसलिए वहां ईद 30 मार्च या 31 मार्च को मनाई जा सकती है। रियाद, मक्का, मदीना, जेद्दा और अन्य शहरों में ईद की नमाज सूर्योदय के तुरंत बाद अदा की जाएगी। उदाहरण के लिए रियाद में सूर्योदय का समय 5:46 बजे, मक्का और मदीना में 6:15 बजे और जेद्दा में 6:17 बजे रहेगा। ये समय ईद की नमाज के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि लोग इसी आधार पर अपने दिन की शुरुआत करते हैं और नमाज की तैयारी करते हैं।
| शहर | सूर्योदय का समय (Expected) |
|---|---|
| रियाद | 5:46 AM |
| जेद्दाह | 6:17 AM |
| मक्का | 6:15 AM |
| मदीना | 6:15 AM |
| खमीस मुशैत | 6:04 AM |
| दम्माम | 5:34 AM |
| आब्हा | 6:06 AM |
| हाइल | 6:05 AM |
| होफुफ | 5:36 AM |
ईद की नमाज और भाईचारे का संदेश
ईद की नमाज इस त्योहार का सबसे अहम हिस्सा मानी जाती है। इसे “सलात-अल-ईद” कहा जाता है और यह सामूहिक रूप से पढ़ी जाती है। इसमें दो रकात नमाज होती है जिसके बाद खुतबा (धार्मिक प्रवचन) दिया जाता है। यह प्रार्थना न केवल भगवान के प्रति शुक्रिया अदा दर्शाने का तरीका है बल्कि यह इस्लामी एकता और भाईचारे का भी प्रतीक है। नमाज के बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की बधाई देते हैं और घर जाकर विशेष मीठे व्यंजन, खासकर सेवइयां खाते हैं। यह दिन प्रेम, खुशी और भाईचारे का संदेश देता है जिसमें हर कोई एक-दूसरे के साथ मिलकर त्योहार की खुशियां मनाता है।










