Dwarka Expressway : राजधानी दिल्ली को हरियाणा के गुरुग्राम से जोड़ने वाला द्वारका एक्सप्रेस-वे पिछले कुछ दिनों से खूब चर्चा में है। कैग की रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है कि जिस सड़क के निर्माण में 18 करोड़ खर्च होना था, उस पर 250 करोड़ रुपये की भारी भरकम खर्च हो गई। इस सबके बावजूद इस एक्सप्रेस-वे की कई खूबियां, जिससे दिल्ली और गुरुग्राम के बीच सफर आसान हो जाएगा।
एलिवेटेड होगा एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेस-वे देश का पहला 8 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे होगा। इससे दिल्ली और गुरुग्राम के बीच नेशनल हाई-वे-48 पर भीड़ कम होगी। यहां पर पता दें कि नेशनल हाई-वे-8 और महरौली-गुरुग्राम रोड के बाद द्वारका एक्सप्रेस-वे दिल्ली और गुरुग्राम के बीच तीसरा सीधा संपर्क मार्ग है। इसके अलावा, यह एक्सप्रेस-वे दिल्ली में शिव मूर्ति और गुरुग्राम में खेरकी दौला के बीच चलने वाला 16 लेन का राजमार्ग होगा। इस एक्सप्रेसवे का 18.9 किलोमीटर का हिस्सा गुरुग्राम में होगा, जबकि 10.1 किमी दिल्ली में होगा। 29 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे चार इंटरचेंज हैं। इसके अलावा जंक्शनों पर कई चौराहे अंडरपास हैं।
नवंबर-दिसंबर में शुरू हो सकता है संचालन
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि एक्सप्रेस-वे तीन-चार महीने में शुरू होगा। उन्होंने यह भी दावा किया है कि लोग इसका जरूर दौर करें, क्योंकि हमने स्टेट ऑफ आर्ट प्रोजेक्ट बनाया है, जिसे लोग 100 साल तक भूल नहीं पाएंगे।
सिर्फ 25 मिनट में दिलली से गुरुग्राम
द्वारका एक्सप्रेस-वे के जरिये लोग दिल्ली से गुरुग्राम सिर्फ 25 मिनट में पहुंच सकेंगे। यह हाई-वे कई और रूट में लोगों को सफर आसान करेगा। अधिकारियों के अनुसार द्वारका से मानेसर जाने में सिर्फ 15 मिनट का ही समय लगेगा। इसी तरह मानेसर से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तक 20 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। इसके अलावा, द्वारका से सिंघु बॉर्डर तक भी 25 मिनट में सफर पूरा होगा। द्वारका एक्सप्रेस-वे मानेसर से सिंघु बॉर्डर तक का भी सफर आसान करेगा। लोग 45 मिनट में सफर पूरा कर पाएंगे।