नई दिल्ली: दिल्ली में जलापूर्ति को बेहतर बनाने और उसमें सुधार करने के उद्देश्य से दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को पानी की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ ही पानी की उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिए।]
कुल क्षमता 5 .57 एमजीडी
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने सोनिया विहार वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में बनाई गई 51 ट्यूबवेल्स का निरीक्षण किया। इन ट्यूबवेल्स की कुल क्षमता 5 .57 एमजीडी है, लेकिन फिलहाल 29 ट्यूबवेल ही पानी का उत्पादन कर पा रहे हैं । सौरभ भारद्वाज द्वारा अधिकारियों से बाकी ट्यूबवेल्स के काम नहीं करने का कारण पूछा गया। दिल्ली जल बोर्ड के ट्रीटमेंट एंड क्वालिटी कंट्रोल निर्देशक संजय शर्मा ने सौरभ भारद्वाज को बताया कि बंद पड़े ट्यूबवेल से निकलने वाले पानी में आयरन और अमोनिया जैसे रासायनिक तत्वों की मात्रा बढ़ने की वजह से कुछ समय के लिए इनको बंद करना पड़ा है। इन सभी ट्यूबवेल के पानी की गुणवत्ता में सुधार का काम चल रहा है।
पानी की होगी रियल टाइम मॉनिटरिंग
डीजेबी उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पानी की गुणवत्ता का पता लगाने के लिए पानी की निरंतर मॉनिटरिंग करना आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों के सामने पानी की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए एक मैकेनिज्म यानी सिस्टम तैयार करने की इच्छा जाहिर की। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एक ऐसा सिस्टम तैयार किया जाए जिससे यह पता चल सके कि कितनी ट्यूबवेल काम कर रही हैं और कितनी ट्यूबवेल बंद हैं और ट्यूबवेल से निकल रहे पानी की गुणवत्ता कैसी है? इस तरह की रियल टाइम जानकारी एक सिस्टम के जरिए ऑनलाइन साझा की जा सके। सौरभ भारद्वाज ने इसके लिए ट्रीटमेंट और क्वालिटी कंट्रोल निर्देशक संजय शर्मा को 7 दिनों में प्रजेंटेशन के साथ एक एक्शन प्लान तैयार करने के भी निर्देश दिए।