दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने हाल ही में इजरायल, अमेरिका, ब्रिटेन और भारत के यात्रियों के पास से अवैध रूप से रखी गई GPS डिवाइस जब्त की हैं। इन मामलों में जुड़े यात्रियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। नागरिक उड्डयन सुरक्षा नियमों के तहत बिना परमिशन GPS डिवाइस ले जाना प्रतिबंधित है, क्योंकि इनका इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों में हो सकता है।
23 अप्रैल: टर्मिनल 1डी पर चेकिंग के दौरान इजरायली नागरिक वीसमैन ओरी के हैंडबैग से एक GPS डिवाइस बरामद की गई। वह स्पाइसजेट की उड़ान से दिल्ली से धर्मशाला जा रही थीं। उनके पास डिवाइस रखने की कोई वैध परमिशन नहीं थी। उसी दिन, एक अन्य घटना में अमेरिकी नागरिक सारल्या इको के बैग से भी GPS डिवाइस मिली। वह इंडिगो की उड़ान से दिल्ली से देहरादून जा रही थीं। उनके पास भी कोई वैध डॉक्यूमेंट नहीं थे।
कब-कब मिले सक्रिय GPS डिवाइस?
19 अप्रैल: भारतीय नागरिक राजीव रंजन सिन्हा, जो दिल्ली से पटना की फ्लाइट पकड़ने वाले थे, के बैग से एक सक्रिय GPS डिवाइस मिली। डिवाइस चालू थी और कोऑर्डिनेट्स दिखा रही थी। अनुमति न होने पर डिवाइस जब्त कर पुलिस को सौंप दी गई।
17 अप्रैल: ब्रिटिश नागरिक चार्ल्स इलियट हैरिस के बैग से भी एक सक्रिय GPS ट्रैकर मिला। वह इंडिगो की उड़ान से दिल्ली से देहरादून जा रहे थे। डिवाइस सैटेलाइट नेटवर्क से जुड़ा था और कार्यशील पाया गया। उनके खिलाफ टेलीकम्युनिकेशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
CISF अधिकारियों का कहना है कि ऐसी डिवाइस बिना अनुमति के ले जाना सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। सभी मामलों में डिवाइस जब्त कर पुलिस को सौंप दी गई हैं और कानूनी कार्रवाई जारी है।
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