Delhi AIIMS: खबर की शुरुआत एक सवाल से। क्या किसी मां की कोख में पल रहे बच्चे के अंगूर साइज के हार्ट की सर्जरी हो सकती है? एक आम इंसान के लिए किसी नतीजे पर पहुंच पाना मुश्किल होगा।
लेकिन सच है। और यह कमाल दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) के डॉक्टरों ने कर दिखाया, वह भी मजह 90 सेकेंड में। इसे एक दुलर्भतम सर्जरी कही जा रही है। गर्भवती महिला और उसकी कोख में पल रहा बच्चा सफल सर्जरी के बाद स्वस्थ हैं।
AIIMS doctors perform successful rare procedure on grape size heart of fetus in 90 seconds
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---विज्ञापन---— ANI Digital (@ani_digital) March 14, 2023
बैलून डायलेशन से बचाई बच्चे की जान
डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की जान बैलून डाइलेशन प्रक्रिया से बचाई गई है। इस प्रक्रिया से हार्ट के वॉल्व में किसी कारण से आई बाधा को दूर करने के लिए किया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया अल्ट्रासाउंड के गाइडेंस में की गई।
बच्चे के दिल में डाली गई सुई
डॉक्टरों ने मां के पेट के माध्यम से बच्चे के दिल में एक सुई डाली। फिर, एक गुब्बारे कैथेटर का उपयोग करके बाधित वाल्व खोल दिया। डॉक्टरों ने संभावना जताई है कि बच्चे का दिल बेहतर विकसित होगा। डॉक्टर ने कहा कि इस तरह की प्रक्रिया से भ्रूण के जीवन का खतरा हो सकता है और इसे अत्यंत सावधानी से किया जाना चाहिए।
90 सेकेंड में पूरा किया ऑपरेशन
डॉक्टरों ने कहा कि इस तरह की प्रक्रिया बहुत चुनौतीपूर्ण होती है, क्योंकि इससे भ्रूण के जीवन को भी जोखिम हो सकता है। सब कुछ ल्ट्रासाउंड मार्गदर्शन के तहत किया गया है। आम तौर पर सभी प्रक्रियाएं एंजियोग्राफी के तहत की जाती है, लेकिन ऐसी दशा में नहीं किया जा सकता है। इस प्रक्रिया को बहुत जल्दी करना होता है। क्योंकि हार्ट को पंक्चर करने जा रहे हैं। लेकिन 90 सेकेंड में सर्जरी को पूरा कर लिया गया।
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