चंडीगढ़: स्वतंत्रता दिवस के नज़दीक आने पर पंजाब पुलिस ने पाक-आईएसआई से समर्थन प्राप्त आतंकवादी मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए कैनेडा-आधारित गैंगस्टरों से सम्बन्धित चार सदस्यों को गिरफ़्तार किया है। मुलजिमों का सम्बन्ध कैनेडा आधारित गैंगस्टर अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला और ऑस्ट्रेलिया आधारित गैंगस्टर गुरजंट सिंह उर्फ जंटा के साथ है।
उक्त मुलजिमों को पंजाब पुलिस की काउन्टर-इंटेलिजेंस यूनिट द्वारा दिल्ली पुलिस की मदद से चलाए गए ख़ुफिय़ा ऑपरेशन के दौरान दिल्ली से गिरफ़्तार किया गया है। डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने आज यहाँ बताया कि पुलिस ने गिरफ़्तार किए व्यक्तियों के कब्ज़े में से तीन हैंड ग्रेनेड (पी-86), एक आईईडी और दो 9 एमएम के पिस्तौल समेत 40 जीवित कारतूस भी बरामद किए हैं।
यह पंजाब पुलिस द्वारा एक हफ़्ते से भी कम समय में बेनकाब किया गया ऐसा तीसरा मॉड्यूल है जो हथियारों और विस्फोटक सामग्री की सरहद पार से तस्करी में शामिल था। पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान प्रीत नगर मोगा के दीपक शर्मा, फिऱोज़पुर के गांव कोट करोड़ कलाँ के सन्दीप सिंह; दिल्ली के नजफगढ़ के गांव ईशापुर के सन्नी डागर और नई दिल्ली के गोइला खुर्द के निवासी विपिन जाखड़ के रूप में हुई है। गौरतलब है कि यह सभी मुलजिम विपिन जाखड़ के घर में छिपे हुए थे।
अधिक जानकारी देते हुए डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह सूचना मिलने कि विपिन जाखड़ ने नई दिल्ली के गाँव गोइला खुर्द में अपने घर में अर्श डल्ला के साथियों को पनाह दी हुई है, के बाद पंजाब पुलिस एसएसओसी मोहाली की टीमों ने द्वारका पुलिस के साथ मिलकर शुक्रवार को उनके ठिकानों पर छापेमारी की और मुलजिमों को गिरफ़्तार करके उनके कब्ज़े से 40 जीवित कारतूस समेत दो 9 एम.एम. के पिस्तौल (विदेशी) बरामद किए।
उन्होंने कहा कि गिरफ़्तार किए गए व्यक्तियों से पूछताछ के दौरान मिले सुरागों के ज़रिये पुलिस टीमों ने शनिवार को उनकी तरफ से बताए गए पंजाब में स्थित ठिकानों से एक आईईडी और तीन हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए। उन्होंने कहा कि गिरफ़्तार किए गए दोषियों ने यह भी खुलासा किया है कि उनको अर्श डल्ला द्वारा स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली और पंजाब के इलाकों में अमन-शांति को भंग करने के लिए आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने का काम सौंपा गया था।
डी.जी.पी. ने बताया कि अब तक की जाँच में यह सामने आया है कि दीपक शर्मा का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है, जो पंजाब पुलिस को दो मामलों, मोगा के जसविन्दर सिंह उर्फ जस्सी, जो मार्च 2022 में मारा गया था, के कत्ल और जून 2022 में गाँव डल्ला, मोगा के पंचायत सचिव के घर पर गोलीबारी करने के मामलों में शामल था। जबकि मुलजिम सन्दीप, जो हाल ही में दुबई से भारत आया था, ने पंचायत सचिव के घर गोलीबारी करने के लिए दीपक को लॉजिस्टिक सहायता मुहैया करवाई थी।
उन्होंने बताया कि मुलजिम सन्नी डागर जोकि पैरोल पर जेल से बाहर आया है, दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय नीरज बवाना गैंग और टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सक्रिय मैंबर है और वह कत्ल, कत्ल की कोशिश, जबरन वसूली समेत कई घृणित अपराधों के मामलों का सामना कर रहा है। सन्नी डागर दिल्ली और आस-पास के इलाकों में दीपक शर्मा और सन्दीप सिंह को छिपने के लिए जगह मुहैया करवा रहा था, जबकि दोषी विपिन जाखड़ गिरफ़्तार किए गए अन्य दोषियों को पैसों की और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान कर रहा था और दोषियों की एक ठिकाने से दूसरे ठिकाने पर आने-जाने में मदद कर भी रहा था।
डीजीपी गौरव यादव ने पंजाब को अपराध मुक्त और नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि राज्य में असामाजिक तत्वों के लिए कोई जगह नहीं है।
पुलिस ने गिरफ़्तार किए सभी व्यक्तियों को शनिवार के दिन स्थानीय मोहाली अदालत में पेश करके पाँच दिनों का रिमांड हासिल कर ली है।
गैंगस्टर अर्श डल्ला को प्रत्यर्पित करने के लिए प्रयास जारी
मोगा के गाँव डल्ला का रहने वाला कैनेडा आधारित अर्श डल्ला पंजाब और विदेशों में अलग-अलग आपराधिक गतिविधियों में शामिल एक बदनाम गैंगस्टर है, जिसकी पंजाब पुलिस को खोज है। उसकी संलिप्तता सीमावर्ती राज्य पंजाब में लक्षित विभिन्न हत्याओं में भी सामने आई थी। इसके अलावा वह पाकिस्तान से आर.डी.एक्स, आई.ई.डी., ए.के.-47 और अन्य हथियार और गोला-बारूद लाकर राज्य में आतंकवादी मॉड्यूलों को सप्लाई करने के मामलों में भी शामिल रहा है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पंजाब पुलिस ने उसकी कैनेडा से प्रत्यर्पित करने के लिए कार्यवाही शुरू कर दी है और जल्द ही उसे भारत लाया जाएगा। गौरतलब है कि अर्श डल्ला के खि़लाफ़ रैड कॉर्नर नोटिस मई 2022 में पहले ही जारी किया जा चुका है।
Edited By